international tiger day आज अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस पर जाने उत्तर प्रदेश मध्य प्रदेश में क्या है बाघों की स्थिति

बात करें मध्य प्रदेश की तो मध्यप्रदेश में पिछले 6 सालों में 184 बाघों की मौत हो गई है जो एक चिंता का विषय है इसमें ज्यादातर बाघ आपस
में लड़ाई कर घायल होकर मर जाते हैं 119 बाघ आपसी विवाद में घायल होने से हुई है मौत पोस्टमार्टम रिपोर्ट में इनकी मौत का काम अधिक खून बहना गहरे घाव में संक्रमण होना मल्टीपल और अगेन फेलियर रीड की हड्डी टूटना बताया गया है 56 बाघों की मौत शिकार ट्रेन व सड़क हादसे में हुई है ।
कौन से साल में कितनी बाघों की हुई मौत।
2017 में 26 बाघ की मौत हुई जिसमें 15 बाघ की आपसी लड़ाई से मौत हुई है
2018 में कुल 29 बाघ की मौत हुई जिसमे 21 आपसी लड़ाई की वजह से मौत हुई
2019 मे 30 बाघ की मौत हुई 20 बाघ की आपसी लड़ाई में मौत हुई
2020 में 33 बाघ की मौत हुई जिस में 23 लड़ाई की वजह से मौत हुई
2021 में 46 बाघ की मौत हुई जिसमे 28 की आपसी लड़ाई की वजह से मौत हुई
2022 में अभी तक 20 बाघ की मौत हो चुकी है जिसमें 12 की आपसी लड़ाई की वजह से मौत हुई है
मध्य प्रदेश में हुई बाघों की मौत की आंकड़ा

उत्तर प्रदेश में आदमखोर बाघ के बारे में बताएंगे जिनके ऊपर क़त्ल के इल्जाम है और आज वह कैद हैं
उत्तर प्रदेश में पांच ऐसे बाग हैं जो इंसान को अपना भोजन बनाया लखीमपुर के छेदी पुर गांव में एक आदमखोर 1 बाघ ने 9 लोगों को अपना शिकार बनाया जिसके बाद वन विभाग के द्वारा इस आदमखोर बाघ को कैद करके लखनऊ के चिड़िघर

याघर में कट कर दिया गया है जिसका नाम छेदी सिंह रखा गया है

2 लखीमपुर जिले के मुस्तफाबाद से भी एक बाघ को वन विभाग की टीम ने पकड़ा जिसके ऊपर 6 लोगों की शिकार बनाने का आरोप है जिसके बाद इस बाघ का नाम मुस्तफा रखा गया

3 पीलीभीत जिले में मुल्लू बाघ को पकड़ा गया इस बात पर 9 लोगों को शिकार बनाने का आरोप था इसे 2019 में पकड़ा गया

4 बहराइच जनपद में एक बाघिन पकड़ी गई जिसने 3 लोगों को अपना निवाला बनाया

5 दुधवा के तारा बाघिन ने 24 24 लोगों की जान ले ली जिसके बाद इस बाघिन को गोली मार दिया गया

29 जुलाई को अंतरराष्ट्रीय बाघ दिवस मनाया जाता है यह थी बाघों से जुड़ी कुछ रोचक जानकारी

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