मध्यप्रदेश के अलीराजपुर जिला के इतिहास History of Alirajpur District of Madhya Pradesh

मध्य प्रदेश के नाम सुनते ही लोगों को पहाड़ी नजर आती हैं मध्य प्रदेश भारत के मध्य में स्थित एक राज्य है जहां की संस्कृति भारत के रग-रग में बसा है आज मैं आपको बताने वाले हैं मध्य प्रदेश के अलीराजपुर (alirajpur) जिला के बारे में अलीराजपुर 17 मई 2008 को झाबुआ जिला से लिया गया था यह जिला गुजरात और महाराष्ट्र की सीमा के पास मध्यप्रदेश के मालवा क्षेत्र में स्थित है इस जिले की भौगोलिक स्थिति की बात की जाए तो यहां पर ज्यादातर आपको पहाड़ी नजर आएंगे यहां टूरिस्ट के लिए भी काफी सुविधाएं उपलब्ध है|

यहां के अधिकांश आबादी आदिवासी हैं जो अलीराजपुर शहर के पास के छोटे गांव में रहते हैं हालांकि शहर की आबादी में मुख्य रूप से सामान्य लोग शामिल हैं अलीराजपुर जिले में 2011 की जनगणना के अनुसार कुल क्षेत्रफल 3,182.00 वर्ग किमी है|

अलीराजपुर जिला के पूर्व में धारा एवं बड़वानी जिला से पश्चिमी से गुजरात उत्तर में झाबुआ जिले से और दक्षिण में महाराष्ट्र राज्य से घिरा हुआ है यह जिला नर्मदा नदी के उत्तर में विंध्या पर्वत पर स्थित है और मालवा पठार के दक्षिणी पश्चिमी मार्जिन के साथ है अलीराजपुर जिले की कुल संख्या 2011 की जनगणना के अनुसार 728,677 है जो भूटान के राष्ट्रीय अलास्का का राज्य के बराबर है किस जिले में पुरुषों की अपेक्षा महिला ज्यादा हैं 1000 पुरुष पर 1009 महिलाएं हैं इस जिले में पांच तहसील है अलीराजपुर, जोबट, सोंडवा, कठीवाडा, और चंद्रशेखर आजाद नगर, अगर आप आदिवासी लोगों के बारे में और मध्य प्रदेश महाराष्ट्र के संस्कृति के बारे में जानना चाहते हैं यह जिला बेहद उत्तम है यहां पर आप घूम सकते हैं इस जिले के लोग स्थानीय भाषा के साथ-साथ हिंदी भाषा भी जानते हैं

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