History and tourist places of district Anuppur of Madhya Pradesh|मध्य प्रदेश के जिला अनूपपुर का इतिहास व पर्यटन स्थल

भारत में घूमने के लिए अनेको जगह है जहां मंदिर से लेकर इतिहास से जुड़े सभ्यताओं देखने को मिलता है आज मैं बात करने वाला हूं मध्य प्रदेश एक एसे जिला जहां घूमने के लिए उत्तम है यहां की पर्वतीय क्षेत्र में मंदिर झरना आदि बहुत कुछ ऐसे हैं जो पर्यटक को अपनी तरफ आकर्षित करते हैं

अनूपपुर जिले का इतिहास क्या है।

अनूपपुर जिला मध्य प्रदेश में स्थित है यह जिला दक्षिण पूर्वी भाग पर स्थित है इस जिले की स्थापना 15 अगस्त 2003 में हुआ था अनूपपुर जिला को शहडोल जिला के कुछ हिस्से को विभाजित कर बनाया गया यह जिला क्षेत्रफल में 3746.71 वर्ग किलोमीटर में फैला हुआ है या जिला लगभग मध्य प्रदेश के क्षेत्रफल का 1.2 प्रतिशत है इस जिले के सीमावर्ती क्षेत्र पूर्व में छत्तीसगढ़ राज्य का कोरिया दक्षिण में डिंडोरी एवं छत्तीसगढ़ राज्य का बिलासपुर उत्तर एवं पश्चिम में शहडोल जिला स्थित है इस जिले में आपको पर्वत अवर नदी मध्य में पठारी देखने को मिल जाएंगे इस जिला में नर्मदा नदी बाती है इसी जिले में अमरकंटक भी है।

अनूपपुर जिले में कितना जनसंख्या है

इस जिले में जनसंख्या की बात की जाए तो 1991 के जनगणना के अनुसार कुल जनसंख्या 550865 थी जाति जनगणना की बात करें तो इस जिले में 40813 अनुसूचित जाति के लोग निवास करते हैं और 267694 अनुसूचित जनजाति कि लोगों की यह संख्या है बात की जाए इस जिले की 2011 में हुई जनगणना के अनुसार कितनी जनसंख्या है तो इस जिले में 2011 की जनगणना के अनुसार कुल संख्या है 667155 बढ़कर हो गई है बात की जाए इस जिले में पुरुष और महिलाओं की जनसंख्या की तो यहां पर पुरुष की संख्या 340204 पुरुष है अवर महिलाओं की संख्या 326951 महिलाएं हैं फलन की पुरुष की अपेक्षा इस जिले में महिलाओं की जनसंख्या कम है

अनूपपुर में कौन सी फसल अच्छी होती हैं
इस जिले में धान कोदो कुटकी, मक्का इस जिले का प्रमुख फसल है अब वर्तमान में यहां पर गेहूं की फसल भी वही जा रही है

अनूपपुर पर्यटन स्थल

{1} अमरकंटक मंदिर , यह मंदिर काफी भव्य वध पुराना है नेचर प्रेमियों के लिए मंदिर काफी आकर्षित लगती है क्योंकि यह मंदिर प्रकृति की गोद में है पहाड़ों के बीच घने जंगलों के बीच में स्थित है यह मंदिर इस मंदिर में जाने के लिए आपको अनूपपुर जिले के शहडोल के तहसील पुष्पराजगढ़ में के तरफ से पहाड़ियों के बीच में जाना होगा मंदिर 1065 मीटर ऊंचाई पर स्थित है छत्तीसगढ़ सीमा से सटा हुआ है यह स्थान विंध्या ,सतपुड़ा, और मंदिर की पहाड़ियों का मिलन स्थल है जिस का दृश्य देखने योग्य है

{2} नर्मदा नदी उद्गम स्थल देश के प्रमुख के नदियों में से नर्मदा नदी भी एक है उद्गम स्थल अमरकंटक स्थान धार्मिक स्थान के रूप में जाना जाता है स्थानीय लोगों का कहना है यह ऋषि मुनि तपस्या करते थे और यहां के कुंड में सोनभद्र पर्वत शिखर से हुई है

(3) कलचोरी काली मंदिर या मंदिर देखने में काफी प्राचीन अवर भव्य लगती है जिस वजह से यहां पर्यटन इस मंदिर में घूमने आते हैं यह मंदिर अमरकंटक में मंदिर काफी प्राचीन है बात की जाए इस मंदिर की निर्माण की तुझे मंदिर 1041 या 1073 ईशा पुरवा के दौरान बनवाया गया है स्थानीय का कहना है इतने प्राचीन होने के बाद भी यमन देश आज भी मजबूती के साथ खड़ा है यह मंदिर शिव मंदिर है
(4) दूधधारा यहां सफेद पानी देखने के लिए लोग पहुंचते हैं दूध धारा यहां नर्मदा नदी का पानी दूध जैसी सफेद दिखाई देती है इसी वजह से दूध धारा कहा जाता है और लोग इसे देखने आते हैं


(5) कपिलधारा यह झरना है जिसे देखने के लिए दूर-दूर से लोग पहुंचते हैं यहीं से नर्मदा नदी का पहला जल प्रताप है यहीं से पवित्र नर्मदा उदम कुंडा से 6 किलोमीटर दूरी जल निकलता है इसकी ऊंचाई 100 फीट है

(6) श्री जोकलेश्वर मंदिर यह मंदिर शहडोल सड़क से 8 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है यह भगवान शिव की मंदिर है जहां विशाल शिवलिंग स्थापित है

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