देवरहा बाबा आश्रम देवरिया मईल
देवरिया जनपद के पर्यटन स्थल जहां हजारों लोग प्रतिदिन जाते हैं देवरिया जनपद में घूमने के लिए कई ऐसे स्थान है जहां देश-विदेश के पर्यटक आ चुके हैं बात करें देवरिया जनपद के देवरहा बाबा आश्रम जो जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर सरयू नदी के किनारे स्थित है देवरहा बाबा आश्रम पर देश के बड़े हस्ती व देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद इंदिरा गांधी जैसे बड़ी हस्ती देवराहा बाबा के चरणों में आ चुके हैं कहा जाता है कि देवराहा बाबा कांग्रेस का चुनाव चीन हाथ का पंजा दिए हैं
नाथ बाबा मंदिर रुद्रपुर देवरिया
2 देवरिया का सुप्रसिद्ध मंदिर जी से छोटा काशी भी कहा जाता है मैं बात कर रहा हूं देवरिया जनपद के दक्षिणी छोर पर स्थित नाथ बाबा मंदिर जहां भगवान भोलेनाथ की ज्योतिर्लिंग है यहां देश विदेश के बड़ी हस्ती पूजा पाठ कर ने आ चुके है राहुल गांधी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी चुनावी प्रचार में दो बार आ चुके हैं मंदिर भव्य रूप देखकर लोग आचार्य चकित हो जाते हैं यह मंदिर जिला मुख्यालय से 21 किलोमीटर दूर है यह जाने के लिए गौरी बाजार देवरिया से भी जा सकते हैं
देवरिया हनुमान मंदिर
3 देवरिया जिला मुख्यालय में स्थित हनुमान मंदिर भी पर्यटन स्थल में शामिल है जिला मुख्यालय के राघव नगर स्थित है हनुमान मंदिर जहां जिले भर से लोग पूजा पाठ करने आते है बीच में स्थित तालाब भी है यह मंदिर देवरिया में काफी प्रसिद्ध है
देवरिया बारिपुर हनुमान मंदिर
4 मनोकामना पूर्ण बारीपुर हनुमान मंदिर जो जिला मुख्यालय से 12 किलोमीटर दूर बरहज रोड में स्थित है इस मंदिर को मनोकामना पूर्ण मंदिर के नाम से जाना जाता है बारिपुर हनुमान मंदिर भी आप जाकर घूम कर देख सकते हैं काफी खूबसूरत मंदिर बना है
बैकुंठपुर राम मंदिर देवरिया जनपद
5 पांचवा नंबर पर आता है बैकुंठपुर राम मंदिर देवरिया जनपद में काफी प्रसिद्ध है बैकुंठपुर मंदिर में राम भरत शत्रुधन लक्ष्मण की हर वर्ष नाटकीय रूप से शादी की जाती है जिसे देखने के लिए देश के कोने-कोने से लोग आते हैं शादी विवाह पंचमी किस दिन की जाती है तभी से इस मंदिर परिसर में मेला का आयोजन होता है और यह मेला पूरे 3 महीने तक रहता है बैकुंठपुर मेले का सुप्रसिद्ध मिठाई है गुरही जलेबी जिसे खाने के लिए दूर दूर से लोग आते हैं।
6 देवरिया का एकमात्र प्राचीन किला जहां से कई जिलों को नियंत्रित किया जाता था वह है मझौली राज का किला मझौली राज का किला घूमने के लिए सबसे उत्तम जगह है यहां आपको राजा के समय के महल और उनसे जुड़ी कहानी अन्य जानकारी भी प्राप्त हो जाएगी कहा जाता है यह किला कई राजाओं के हाथ में रहा इस किले के लिए कई बार बड़े युद्ध भी हो चुके हैं अभी यह किला संरक्षण के अभाव में जर्जर हो गया है यह किला मल राजाओं का किला कहा जाता है इतिहास जानने के लिए सबसे उत्तम जगह है मझौली राज का किला जो जिला मुख्यालय से 34 किलोमीटर दूर है सलेमपुर तहसील से 5 किलोमीटर दूर भाटपार रानी रोड पर स्थित है।
सलेमपुर मझौली राज में स्थित बाबा दूधेश्वर नाथ मंदि
7 मझौली राज में स्थित बाबा दूधेश्वर नाथ मंदिर इस मंदिर को महाभारत काल से जोड़ा जाता है इस मंदिर का जिक्र महाभारत में भी मिलता है जब आप मझौली राज किला से आगे पूर्व की तरफ जाएंगे यह मंदिर मझौली राज से चंकी रोड पर स्थित है कहां जाता है इस मंदिर में हर शिवरात्रि के दिन अश्वत्थामा पूजा पाठ करने आता है भगवान शिव शंकर के मंदिर हर समय भक्तों से भरा रहता है यह मंदिर देवरिया जनपद के पर्यटन अस्थल में शामिल है इस मंदिर के उतर छोर पर खूबसूरत एक तालाब है इस मंदिर में शादी विवाह भी होता है सावन के महीने में भक्तों की भीड़ लगी रहती है।
भटनी जलपा माता मंदिर देवरिया
8 छोटी गंडक नदी के तट पर स्थित जलपा माता मंदिर जो देवरिया में शक्तिपीठ के नाम से जाना जाता है इसे भी मनोकामना पूर्ण दुर्गा मंदिर कहा जाता है इस मंदिर में पूजा पाठ करने के लिए बिहार से भी लोग आते हैं स्थानीय लोगों का कहना है कि यहां माताजी जमीन से उत्पन्न हुई है ओर इस मंदिर पर नवरात्रि के समय काफी भीड़ लगती है कहां जाता है यहां सच्चे दिल से जो मानगो मिला जाता है या मंदिर जिला मुख्यालय से 29 किलोमीटर दूरी पर स्थित है
9 जंगली बाबा मंदिर देवरिया जनपद का प्रसिद्ध शिव मंदिर है यहां भक्त पूजा पाठ करने आते हैं जंगली बाबा मंदिर छोटी गंडक नदी तट पर स्थित है।
मठिया दुर्गा मंदिर भटनी देवरिया
10 मठिया दुर्गा मंदिर इस मंदिर को पुत्र प्राप्ति के नाम से जाना जाता है मठिया दुर्गा मंदिर मैं जिस भक्तों का मनोकामना पूर्ण होता है वह यहां पर एक घंटा बांधकर जाता है जिस वजह से इस मंदिर पर 10,000 से ज्यादा आपको घंटा देखने को मिलेंगे जो मंदिर को बेहद आकर्षित बनाते हैं यह मंदिर जिला मुख्यालय से 32 किलोमीटर दूर और भटनी से 7 किलोमीटर उत्तर मठिया गांव में स्थित है यह घूमने के लिए उत्तम जगह है
अहिल्यापुर मंदिर इस मंदिर का इतिहास
11 अहिल्यापुर मंदिर इस मंदिर का इतिहास अंग्रेजों से जुड़ा हुआ है कहा जाता है इस मंदिर में अंग्रेजों ने माथा टेका था । अहिल्यापुर देवरिया का मात्र एक ऐसा मंदिर है जहां पूरे जिले से लोग पूजा पाठ करने आते हैं ओर मन्नत मांगते हैं इस मंदिर के जगह से अंग्रेज रेलवे लाइन बिछा रहे थे पूरे दिन रेलवे लाइन को बनाया जाता था ओर रात को रेलवे लाइन टूट जाती थी जिसके बाद अंग्रेजों के द्वारा मंदिर की जगह से हटाकर दूसरी तरफ रेल लाइन को बनाना पड़ा जहां आज भी रेलवे लाइन काफी घुमाओ है आप इस मंदी पर जाकर स्वयं देख सकते हैं ।
12 लाहीपर मंदिर भी देवरिया जनपद का काफी प्रसिद्ध मंदिर है यहां भी आप जाकर घूम सकते हैं और मंदिर देख सकते हैं
तिरुपति बालाजी मंदिर देवरिया
13 देवरिया में मात्र एक ऐसा मंदिर जो आंध्र प्रदेश से संबंधित रखता है तिरुपति बालाजी मंदिर| अगर आप आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर का दर्शन नहीं किए है तो आप देवरिया में इस तिरुपति बालाजी मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं और देख सकते हैं बहुत खूबसूरत मंदिर देखने में लगता है यह मंदिर जिला मुख्यालय में ही स्थित है कुशीनगर रोड पर।
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