Deoria News: सीडीओ की अध्यक्षता में एफ०पी०ओ० के गठन के सम्बन्ध में कृषि, उद्यान, मत्स्य, पशुपालन एवं गन्ना विभाग के साथ आयोजित किया गया प्रशिक्षण

मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में एफ०पी०ओ० के गठन के सम्बन्ध में कृषि, उद्यान, मत्स्य, पशुपालन एवं गन्ना विभाग के साथ गांधी सभागार विकास भवन, देवरिया में प्रशिक्षण आयोजित किया गया।


प्रशिक्षण में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा कृषि, गन्ना, मत्स्य, उद्यान, पशुपालन को निर्देशित किया गया कि सभी अधिकारी एफ०पी०ओ० गठन की प्रक्रिया की जानकारी प्राप्त कर अपने-अपने विभाग में आवंटित लक्ष्य के सापेक्ष एफ०पी०ओ० का गठन करायें। साथ ही एफ०पी०ओ० से होने वाले लाभ व उसकी उपयोगिता के बारे में भी जानकारी दिया गया।


प्रशिक्षण कार्यक्रम में जिला विकास प्रबन्धक (नाबार्ड) द्वारा बताया गया कि जनपद में ज्यादातर छोटे-छोटे किसान है यदि इन छोटे-छोटे किसानों का एक समूह / एफ०पी०ओ० बनाकर कार्य करें तो कम पूजी में किसान व्यवसाय कर अधिक लाभ कमा सकता है और अगर एफ०पी०ओ० के पास जमीन कम हो तो लीज पर जमीन लेकर कृषि से संबंधित कोई भी व्यवसाय किया जा सकता है। एफ०पी०ओ० के गठन के बारे में विस्तृत जानकारी देते हुए बताया गया कि इसके लिए 10 किसान होने चाहिए जिनके पास आधार पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेन्ट / विद्युत बिल, प्रोड्यूसर सर्टीफिकेट की आवश्यकता होगी। इन प्रपत्रों के साथ किसी भी सी०ए० से मिलकर कम्पनी एक्ट के अन्तर्गत ए०पी०ओ० का पंजीकरण करा सकते हैं। पंजीकरण कराने के उपरान्त प्रोड्यूसर कम्पनी (ए०पी०ओ०) के नाम से पैन कार्ड बनेगा एवं कम्पनी का करेन्ट बैंक खाता भी खोला जायेगा। साथ ही एफ०पी०ओ० के उद्देश्य एवं कार्यों के बारे में पी०पी०टी० के माध्मय से सभी को जानकारी दी गयी।


चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट वारसी द्वारा प्रशिक्षण में उपस्थित सभी अधिकारियों को बताया गया कि 10 किसान का आधार, पैन कार्ड, बैंक स्टेटमेन्ट / विद्युत बिल प्रोड्यूसर सर्टीफिकेट प्रपत्र एकत्र कर किसी भी चार्टर्ड एकाउन्टेन्ट से मिल कर एफ०पी०ओ० का पंजीकर करा सकते हैं। इसमें प्रोड्यूसर सर्टीफिकेट उप कृषि निदेशक / तहसील से जारी किया जायेगा। एफ०पी०ओ० गठन के लिए सभी 10 बोर्ड ऑफ मेम्बर का डिजिटल सिग्नेचर बनना अनिवार्य है।


प्रशिक्षण कार्यक्रम में उप कृषि निदेशक राजेश कुमार सिंह, जिला कृषि अधिकारी मृत्युंजय सिंह, प्रभारी जिला उद्यान अधिकारी सीताराम यादव, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी डा अशोक कुमार त्रिपाठी, कार्यकारी अधिकारी मत्स्य नन्दकिशोर, जिला गन्ना अधिकारी धनीराम, जिला विकास प्रबन्धक (नाबार्ड) सूरज शुक्ला, वारसी सी०ए० लखनऊ एवं विकास खण्ड के पशु चिकित्साधिकारी उपस्थित थे।

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