देवरिया काकोरी ट्रेन एक्शन डे के शताब्दी वर्ष के उपलक्ष्य में आज सदर तहसील सभागार में भव्य कार्यक्रम का आयोजन कर अमर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की गई।
कार्यक्रम की शुरुआत मुख्य अतिथि डॉ शलभ मणि त्रिपाठी एवं जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने शहीदों के चित्र पर पुष्प अर्पित कर एवं दीप प्रज्वलित कर किया। इसके पश्चात काकोरी शहीद स्मारक, लखनऊ में आयोजित कार्यक्रम का सजीव प्रसारण भी किया गया जिसे उपस्थित सभी लोगों ने देखा।
इस अवसर पर सदर विधायक डॉ शलभ मणि त्रिपाठी ने कहा कि आज ही के दिन अमर शहीद राम प्रसाद बिस्मिल, अशफाकउल्ला खान, राजेंद्र लोहड़ी और रोशन सिंह ने काकोरी में ऐतिहासिक घटना को अंजाम दिया था। काकोरी की घटना ने क्रांतिकारियों की पूरी पीढ़ी को प्रेरित किया। यह राष्ट्रीय स्वतंत्रता आंदोलन का महत्वपूर्ण अध्याय है। हम सभी लोगों को राष्ट्र के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान करने वाले वीरों के आदर्शों को आत्मसात करना चाहिए। जिलाधिकारी श्रीमती दिव्या मित्तल ने कहा कि स्वतंत्रता आंदोलन में स्वप्रेरणा से अनगिनत क्रांतिकारियों ने अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। अमर शहीद रामचंद्र विद्यार्थी, अमर शहीद सोना सोनार जैसे वीर ब्रिटिश हुकूमत के अत्याचार के आगे झुके नहीं बल्कि उसके खिलाफ लड़े। इससे पूर्व कस्तूरबा गांधी राजकीय विद्यालय की छात्रा प्रीति कुमारी ने जब शहीदों को याद करते हुए ‘‘ऐ मेरे वतन के लोगो’’ गीत गाया तो पूरा सदन भावपूर्ण हो उठा।
कार्यक्रम में शहीदों के परिजनों को विशिष्ट अतिथि के रुप में शामिल किया गया। स्वतंत्रता सेनानी स्व0 जंग बहादुर मिश्र के स्वजन रघुवंश मिश्र, शहीद रामचन्द्र विद्यार्थी के भतीजे पूर्व सैनिक बृजेश कुमार प्रजापति, शहीद सोना सोनार के स्वजन वृंदा प्रसाद वर्मा तथा शहीद रामप्रभाव चौबे के पुत्र देवता चौबे को सदर विधायक एवं जिलाधिकारी द्वारा अंगवस्त्र, मिष्ठान देकर एवं माल्यार्पण कर सम्मानित किया गया।
उप जिलाधिकारी सदर विपिन कुमार द्विवेदी ने आये समस्त अतिथियों का स्वागत किया एवं अमर शहीदों को याद किया। अतिथियों के स्वागत में कस्तूरबा गांधी की बालिकाओं द्वारा स्वागत गीत प्रस्तुत किया गया। कार्यक्रम को तहसील बार एसोसिएशन के अध्यक्ष जुगल किशोर तिवारी ने भी सम्बोधित किया। कार्यक्रम का संचालन देवेन्द्र प्रकाश तिवारी ने किया। इस अवसर पर तहसीलदार सदर कृष्ण कुमार मिश्रा, नायब तहसीलदार नवीन निश्चल त्रिपाठी, यदुवंश यादव, रत्नेश यादव, अधिवक्ता गण तथा समस्त राजस्व कर्मचारी जन उपस्थित रहे।