बाजार में क्यों बढ़ा देसी मुर्गा का डिमांड किसान कमा रहे लाखों रुपए Why the demand for desi chicken increased in the market, farmers are earning lakhs of rupees

अब हर एक इंसान चाह रहा है कि शुद्ध भोजन करें केमिकल वाला नहीं चाहे वह अनाज हो या मांस हो इसी वजह से अब देसी मुर्गा कि बाजार में डिमांड बढ़ गई है कुछ किसान इस अवसर का लाभ भी ले रहे हैं क्योंकि सबको पता है मुर्गा फार्म में रखे सभी मुर्गों को केमिकल दिया जाता है कि जल्द से जल्द तैयार हो जाए और फार्मर को ज्यादा लाभ हो जिस वजह से केमिकल वाला मांस खाने वाले व्यक्ति को काफी नुकसान पहुंचाता है यही वजह है कि अब देसी मुर्गा बाजार में खूब बिक रहा है । भारत में मुर्गा की व्यवसाय प्राचीन काल से चली आ रही है भारत एक कृषि प्रधान देश है बात की जाए 1950 के आसपास सभी ग्राम पंचायत में 10 लोग से 15 लोग ऐसे थे जो मुर्गा पालन करते थे और मुर्गी पालन का इतिहास भारत ने 5000 साल पूर्व से जुड़ा हुआ है और आप भी करना चाहते हैं देसी मुर्गी पालन कर अच्छा इनकम कर सकते हैं । कुछ किसान ऐसे हैं 10 से 15 की संख्या में देसी मुर्गी पलते हैं जिनके लिए प्रतिदिन अंडा व मांस दोनों की व्यवस्था हो जाती है वही कुछ किसान ऐसे भी हैं जो बढ़े पैमाने पर देसी मुर्गी की पालन करते हैं बिजनेस के तौर पर वह अच्छे मुनाफा भी कमाते हैं अगर आप 10 से 15 की संख्या में देसी मुर्गी पालन करते हैं आपको सेट बनाने की कोई जरूरत नहीं आप अपने घर में खाली पड़े जगह पर भी देसी मुर्गियों के पालन कर सकते हैं अगर आप बड़े पैमाने पर देसी मुर्गियों की पालन करना चाहते हैं तो आपको एक अच्छा सेट बनाना पड़ेगा जो जमीन से कम से कम 8 से 10 फुट ऊपर हो मुर्गियों को रखने के लिए मुकम्मल व्यवस्था गर्म और ठंड से बचाने के लिए भी व्यवस्था क्योंकि मुर्गी ज्यादा गर्म नहीं सहन कर पाती हैं कुछ फार्मर में ठंडे पानी देते हैं गर्म से बचाने के लिए ।

इस तरह से पाले देसी मुर्गी या होगा फायदा In this way domesticated chicken or will it be beneficial

एक सर्वे रिपोर्ट के माने तो भारत में 78 परसेंट लोग ऐसे हैं जो मांस खाते हैं 22 परसेंट ही ऐसे लोग हैं जो शाकाहारी हैं मांस खाने वाले व्यक्ति या तो बकरा का मांस पसंद करते है नहीं तो देसी मुर्गी क्योंकि दोनों का मांस शुद्ध होता है और पोटीन भी मिलता है और मांस काफी स्वादिष्ट होता है तो आप इन तीन प्रजाति के देसी मुर्गी का पालन कर सकते हैं ।
एक होती है श्रीनिधि
दूसरा है ग्रामप्रिया
तीसरा वनराजा

इन तीनों प्रजाति के मुर्गियां उत्तर प्रदेश और बिहार में खासकर किसान पालते हैं क्योंकि अंडा और मांस दोनों के लिए या मुर्गियां अच्छी होती हैं आइए विस्तार से जानते हैं इन तीनों प्रजाति के मुर्गियों के बारे में

यह तीनों प्रजातियां कुक्कुट परियोजना निदेशालय हैदराबाद के द्वारा यह विकसित किए गए हैं ।

श्रीनिधि मुर्गियों के बारे में कुछ खास जानकारी

श्रीनिधि मुर्गियां ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा पाली जाती हैं क्योंकि यह मुर्गी मांस और अंडा दोनों देती हैं बात किया जाए इसकी अंडा की तो 150 से 160 के बीच में अंडा देती है । अगर मुर्गियों को आप फार्म में पाले तो 240 से 250 अंडा दे सकती हैं श्रीनिधि मुर्गियों कि वजन काफी ज्यादा होता है 1 किलो से 5 किलो तक की होती हैं यह मुर्गियां काफी तेजी से बढ़ती हैं ।

ग्रामप्रिया मुर्गी के प्रजाति के बारे में कुछ खास जानकारी Some special information about the species of Grampriya chicken

ग्रामप्रिया मुर्गी के प्रजाति की बात करें तो यह ग्रामीण क्षेत्रों में ज्यादा लोग पालते हैं क्योंकि यह मुर्गियां 18 महीने में 230 से 240 के बीच में अंडा देती हैं इस मुर्गी की भी मांस और अंडा दोनों उपयोग किया जाता है इस प्रजाति की मुर्गी का वजन 1.6 से लेकर 1.8 किलो तक होता है इस प्रजाति के मुर्गियां की मुर्गियां काफी फुर्तीली होती हैं यह कुत्ता और बिल्ली से बचना जानती है ।

वनराजा मुर्गी प्रजाति के बारे में खास जानकारी Special information about Vanaraja chicken species

वनराजा मुर्गी की प्रजाति ऊपर दिए हुए मुर्गी की नस्लों से यह कम अंडा देती हैं यह साल में 110 से 120 अंडा देती हैं । यह था इन मुर्गियों की प्रजातियों के बारे में कुछ खास जानकारी । कहा जाता है कि मुर्गी या आपके घर के जूठा भी खा कर रह सकते हैं इन पर ज्यादा खर्च नहीं आता है अगर आप इन मुर्गियों को बड़े स्तर पर बिज़नस फार्मर के तौर पर करना चाहते हैं तो यह तैयारी आपको करना होगा

मुर्गी पालन के लिए दीप लीटर पद्धति एक काफी उपयोगी होता है और इसमें कम लागत लगती है दीप लीटर में नीचे जमीन पर लकड़ी का बुरादा धान की भूसी को बिछाया जाता है जिस पर मुर्गियां रहती हैं दीप लीटर बिछाते समय उसमें नमी ज्यादा नहीं होनी चाहिए नहीं तो मुर्गियों को बीमारी का खतरा बना रहता है केज पद्धति से फार्मर अच्छे अंडा का उत्पात करते हैं ।

गांव में अगर मुर्गी पालन करते हैं तो आपको मुर्गियों के घर बनाते समय उसमें विशेष बातों का ध्यान रखना चाहिए ऊंचे स्थान पर उनका घर बनाएं दीवार में मौका छोड़ें उस पर जाली लगाएं जिसे मुर्गियों को पर्याप्त मात्रा में हवा मिलता रहेगा ।

मुर्गियों को क्या खिलाना चाहिए । What should be fed to chickens?

अंडा देने वाले मुर्गियों को हरा चारा और बुझे हुए चुना का चूरा देना चाहिए साथ में इनको पानी भी जरूरी है मुर्गियों को शुद्ध पेयजल ही देना चाहिए ।

देसी मुर्गी से इनकम कितना होगा ।How much will be the income from desi chicken

फार्मिंग मुर्गी के अंडे के मुकाबले देसी मुर्गी के अंडे काफी महंगे होते हैं फार्मिंग मुर्गी के अंडे का कीमत 6 से ₹5 होता है वही देसी मुर्गी के अंडे का कीमत 10 से ₹15 के बीच में होती है इसमें भी आप अच्छा इनकम कर सकते हैं बात की जाए मुर्गी की मांस की तो देसी मुर्गी की मांस 3 से ₹400 प्रति किलो बाजार में बिकता है वाइट फार्मिंग वाला मुर्गी की मांस की कीमत 120 से लेकर 240 के बीच में बिकता है तो आप अनुमान लगा सकते हैं कि देसी मुर्गा फॉर्मिंग खोलकर आप कितना अच्छा मुनाफा कमा सकते हैं

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