एक समय ऐसा था कि उत्तर प्रदेश के लगभग सभी ग्राम पंचायत में कुछ लोग ऐसे थे जो भेड़ पालन कर अपने घर का रोजी-रोटी चलाते थे लेकिन बदलते समय में उत्तर प्रदेश कि खासकर पूर्वांचल देवरिया कुशीनगर महाराजगंज गोरखपुर मऊ बलिया इन जनपदों से भेड़ पालन कर ने वाले लोग क्यों धीरे-धीरे गायब हो रहे हैं क्या भेड़ पालन से इनकम नहीं होती या अन्य कारण है हम आपको इस आर्टिकल के माध्यम से बताएंगे नीचे आपको पढ़ने को मिलेगा कि क्यों अब पूर्वांचल से गायब हो रहे हैं भेड़ पालन करने वाले लोग ।
उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल में पाल समाज के लोग भेड़ पालन कर अपने घर की रोजी रोटी चलाते हैं इसी वजह से ग्रामीण क्षेत्रों में उन्हें भेडिहार कहा जाता है जो मुख्य रूप से भेड़ पालन करते हैं लेकिन बदलते समय में अब बहुत कम लोग भेड़ पालन की व्यवसाय से जुड़े हुए हैं
भेड़ पालन कर कैसे कमाया जाता है ।how to earn by keeping sheep
भेड़ पालन एक अच्छी इनकम का जरिया है लेकिन इसमें मेहनत बहुत ज्यादा है भेड़ पालन करने के लिए आपको जंगलों में रहना पड़ेगा भेड़ को आप को बांधकर नहीं रख सकते क्योंकि वह जंगल में स्वयं घास चर कर रहती है जिसके साथ आप को भी जंगल में उसके रखरखाव के लिए जाना पड़ेगा ।
एक भेड़ कितने रुपए में बिक जाएगी । how much will a sheep sell for
बकरी और भेड़ मांस के ऊपर बिकती हैं एक भेड़ की कीमत 10 हजार से 18 हजार के बीच में है भेड़ की वजन पर डिपेंड करता है कि कितने में बिके हैं लेकिन ज्यादातर भेड़ 20 से 50 किलो के अंदर होती हैं जिस वजह से अच्छा मुनाफा होता है अगर आप भेड़ पालते हैं तो आपको महीने में 80 से ₹90000 कमा सकते हैं ।
एक भेड़ में कितने रुपए खर्चा लगते हैं ।how much does a sheep cost
भेड़ पालन में खर्च की बात की जाए तो इसमें कुछ ज्यादा खर्च नहीं लगते हैं भेड़ को बीमारियों से बचाने के लिए समय-समय पर से डॉक्टर को दिखाना पड़ता है जिसका खर्चा आता है भेड़ पालन में भीड़ को दाना भूसा चारा नहीं देना होता है जिस वजह से इसमें खर्च बहुत कम आता है लेकिन मेहनत ज्यादा है ।
जो व्यक्ति 100 से ज्यादा भेड़ पालता है उसकी 1 साल की इनकम 10 लाख से ज्यादा होती है ।