सैकड़ों साल पुराना परंपरा आज भी पूर्वांचल में कायम है गोवर्धन पूजा के बाद कुंवारी लड़कियां घर में सुख शांति के लिए एक महीने तक पीडिया की पूजा करती हैं जिसके बाद नदी में उसका विसर्जन करती है
पीडिया किस का बनता है
पीडिया गोवर्धन पूजा में प्रयोग होने वाली गोबर से बनाई जाती है जिसका छोटा छोटा पिंड लड़कियों के द्वारा बनाया जाता है और वह एक महीने तक उस पिंड का लड़कियां पूजा करती हैं नित्य शाम को पूजा के बाद भक्ति गाना गाती हैं जो परंपरा सैकड़ों वर्षों से चली आ रही है यह पर्व उत्तर प्रदेश के पूर्वांचल और बिहार राज्यों में ज्यादातर मनाया जाता है जिसका पौराणिक मान्यता है कि बहन अपने भाई की लंबी उम्र के लिए सब करती हैं
आज बैकुंठपुर पीडिया मेला में हजारों की संख्या में पहुंची लड़कियों ने छोटी गंडक नदी में पिंडी का विसर्जन की और मेला का आनंद लिया बरियारपुर थाने की पुलिस लड़कियों के सुरक्षा के लिए मौजूद रही बैकुंठपुर में यह मेला हर वर्ष लगता है जहां 10 गांव से ज्यादा की लड़कियां आती हैं इस मेला में डीजे की धुन पर झूमते हुए मेला स्थान पर पहुंचे जहां पीडिया के विसर्जन उपरांत अपनी व्रत तोड़ी ।
यह पर्व लड़कियों के पर्व के नाम से जाना जाता है