शेयर बाजार एक ऐसा बाजार है जहां कंपनियों के शेयर खरीदे बेचे जाते हैं किसी भी दूसरे बाजार की तरह शेयर बाजार में भी खरीदने और बेचने वाला कार्य होता है
इसमें बाजार की तरह लोग एक दूसरे से मिलते जुलते हैं और फिर मोल भाव करते हैं और आपने सौदे को खरीदते हैं
आसान भाषा में समझे
एक तरह से देखें तो यहां पर शेयरों की नीलामी होती है अगर किसी को बेचना होता है तो वह अपनी शेयर का बोली
लगाता है और जो कुछ बोली लगाता है उसे शेयर बेच दिया जाता है
अगर कोई शेयर खरीदना चाहता है तो वाह इस चीज को देखता है की कौन सबसे कम मूल्य पर अपना शेयर बेच रहा है तो इस तरह से वह कम मूल्य पर विकराहे शेयर को खरीद लेता है
शेयर मंडियां इस काम को सरल हो सही ढंग से करने का मूलभूत ढांचा प्रदान करती हैं
अलग-अलग प्रकार के नियम बना और कंप्यूटर तथा इंटरनेट के माध्यम से अलग-अलग प्रकार के ढांचा तैयार किया जाता है जिससे इसको खरीदने बेचने में आसानी हो मान लीजिए अगर रोज लोग बोली लगाएं और शेयर खरीदे तो उस करोड़ों की जनसंख्या में यह होना असंभव है इसीलिए इसे सरल और और सुविधाजनक बनाने के लिए इसको अलग-अलग प्रकार के नियम बनाए गए और इंटरनेट के माध्यम से इसको आसान किया गया जिससे लोग आसानी से अपना शेयर बाजार में खरीद बेच कर सकें आम ग्राहक शेयर बाजार में जुड़ने के लिए किसी सर्विस देने वाले डीमेट बैंक में अपना खाता खुलवाना पड़ता है जैसे एचडीएफसी भारतीय स्टेट बैंक एक्सिस बैंक अन्य बहुत सारे जो बैंक है किसी भी बैंक में अपना खाता खुल वाले इस तरह के खाते के सालाना फीस ₹500 से 800 तक होती है इसके बाद वह अपने शेयर बाजार में खरीद बेच आसानी से कर सकता है शेयर बाजार के माध्यम से हर आम आदमी बड़े से बड़े उद्योगों में अपनी योगदान दे सकता है इस तरह की भागीदारी से वह बड़े उद्योगों में होने वाले मुनाफे के बराबर का हिस्सेदार बन सकता है
जैसे उसको लगता है आने वाले समय में ईस कंपनी में ज्यादा मुनाफा होने वाला है तो वह उस कंपनी मे अपना शेयर खरीद के उस कंपनी का हिस्सा बन जाता है
दिन पर दिन शेयर बाजार के तरफ लोगों अग्रसर हो रहे है अब भारत शेयर बाजार में पूरी दुनिया में तीसरे नंबर पर है अब गांव के लोग भी शेयर बाजार की जानकारी करें उसकी तरफ अग्रसर हो रहे हैं
शेयर बाजार को दो भागों मे बाटा जाता है
1 प्राइमरी मार्केट
यह कम्पनी मे पहली बार रजिस्टर्ड होती है और अपना शेयर बाजार पहली बार जारी करती है यह लंबे समय के लिए नही होती है
2 सेकेंड्री मार्केट
यह लम्बे समय तक चलने वाली बाजार होती है और यह रेगुलर बेसिस पर होती है
शेयर बाजार से लाभ
किसी भी विकसित देश की अर्थव्यवस्था का एक महत्वपूर्ण हिस्सा होता है शेयर बाजार
जिस तरह से किसी गांव राज्य को विकास के लिए साधनों की जरूरत पड़ती है उसी प्रकार उद्योग धंधे बड़े-बड़े कंपनियों को चलाने के लिए उसे पूजी कि जरूरत होती है तो यह उन्हें शेयर बाजार से मिल जाता है शेयर बाजार के माध्यम से हर आम आदमी बड़े से बड़े उद्योगों में अपनी योगदान दे सकता है