मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार की अध्यक्षता में बेसिक शिक्षा विभाग से संबंधित अध्यापक / अभिभावक बैठक कराये जाने की समीक्षा की गयी। इस बैठक में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी, समस्त खण्ड विकास अधिकारी एवं समस्त खण्ड शिक्षा अधिकारी उपस्थित थे।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी द्वारा निर्देशित किया गया कि समस्त नोडल अधिकारी द्वारा आवंटित विकास खण्ड के समस्त विद्यालयों के प्रधानाध्यापक के साथ बैठक कर अभिभावक अध्यापक बैठक की योजना विकसित कर उपलब्ध करायेंगे। ब्लॉक में उपलब्ध कार्मिकों की टीम गठित कर विद्यालयवार ड्यूटी आवंटित की जाए । विद्यालय हेतु नामित अधिकारी बैठक के दौरान स्वयं उपस्थित रहेंगे तथा बैठक सम्पन्न करायेंगे। बैठक के उपरान्त अपनी आख्या 02 कार्यदिवसों के भीतर विकास खण्ड के नोडल अधिकारी को उपलब्ध करायेंगे।प्रधानाध्यापक का दायित्व होगा कि विद्यालय में अध्ययनरत प्रत्येक छात्र-छात्रा के माता-पिता/अभिभावक से व्यक्तिगत सम्पर्क एवं अन्य माध्यम से बैठक की तिथि के बारे में बैठक के 02 दिन पूर्व सूचित करेंगे। अभिभावक अध्यापक बैठक हेतु राज्य, जनपद एवं ब्लॉक स्तर पर कार्य कर रही स्वैच्छिक संस्थाओं का छात्र छात्राओं के माता-पिता / अभिभावक को बैठक में प्रतिभाग हेतु प्रेरित करने में सहयोग लिया जा सकता है। अभिभावक अध्यापक बैठक की पूर्ण कार्यवाही बैठक संबंधी रजिस्टर में अनिवार्य रूप से दर्ज की जाएगी।
मुख्य विकास अधिकारी द्वारा पृथक से जनपद स्तरीय अधिकारियों की एक अनुश्रवण टीम गठित की जायेगी, जिसके द्वारा जनपद के समस्त विकास खण्डों के कम से कम 10 प्रतिशत विद्यालयों में आयोजित अभिभावक अध्यापक बैठक का अनुश्रवण सुनिश्चित किया जाए। निर्धारित तिथि को विद्यालय में प्रातः 10:00 बजे से 12:00 बजे अपराह तक अध्यापक-अभिभावक की बैठक (PTM) आयोजित की जायेगी। बैठक में अभिभावकों के बैठने हेतु कुर्सियों आदि की व्यवस्था प्रधानाध्यापक द्वारा सुनिश्चित की जाए। बैठक में विद्यालय के समस्त अध्यापकों की उपस्थिति सुनिश्चित किया जाए । बैठक में उपस्थित प्रतिभागियों का नाम, पदनाम, कार्यरत स्थल / पता एवं मोबाइल नं० बैठक पंजिका में अंकित किया जायेगा ।
मुख्य विकास अधिकारी ने कहा कि बैठक में पूर्व में आयोजित सांस्कृतिक एवं अन्य गतिविधियों यथा-संगीत, चित्रकला, कविता, कहानी, सृजनात्मक लेखन, एवं खेल कूद आदि प्रतियोगिता में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया जायेगा। बैठक में चर्चा के दौरान दो तरफा संचार (Two way communication) अर्थात् अभिभावकों को भी अपना मत रखने का अवसर प्रदान किया जाएगा। बैठक में उपस्थित अभिभावकों के साथ बच्चों के नामांकन, उपस्थिति एवं ठहराव के संबंध में, डी०बी०टी० के सम्बन्ध में,निपुण भारत पर चर्चा, ऑपरेशन कायाकल्प के अन्तर्गत मूलभूत अवस्थापना सुविधाओं की जानकारी एवं चर्चा, आउट ऑफ स्कूल बच्चों हेतु शारदा कार्यक्रम, दिव्यांग बच्चों हेतु “समर्थ” कार्यक्रम एवं विद्यालय प्रबन्ध समिति पर चर्चा की जानी है।