होली के 24 घंटे पूर्व ही डेढ़ करोड़ की शराब बिक गई। होली पर बंदी को देखते हुए लोगों ने पहले ही खरीदारी कर स्टॉक में रख लिया था। जिससे वे होली के दिन उसे स्वंय और दोस्तों के साथ पी सके। पिछले दो वर्षो के मुकाबले शराब ने इस वर्ष रिकार्ड तोड़ दिया है। इस होली पर सबसे अधिक सेल हुई है।
होली का दिन ड्राई डे होने के कारण लोगों ने मंगलवार को ही शराब की खरीदारी कर ली थी। होलिका दहन की सुबह दस बजे से पहले ही शराब की दुकानों पर लंबी कतार लगी रही। दिन भर लोग झोले में दुकानों से शराब खरीद कर अपने घरों को ले जा रहे थे। बुधवार को होली पर रंगोत्सव के दौरान शौकीनों ने जमकर जाम छलकाया। कई लोगों ने तोहफे के तौर पर एक-दूसरे को शराब दी। बिक्री में इजाफा होने से आबकारी विभाग का राजस्व भी बढ़ा है। आबकारी विभाग के मुताबिक होली का त्योहार शराब बिक्री के लिहाज से सबसे अहम होता है। आम दिनों की तुलना में इस समय शराब की मांग चौगुनी हो जाती है। जिले में एक दिन में 30 लाख रुपये की शराब की खपत होती है, लेकिन होली के एक दिन पूर्व इस साल डेढ़ करोड़ रुपये की शराब की बिक्री हुई है। जिसे लोगों ने खरीदकर होली में पीया अथवा दूसरे को गिफ्ट किया है। पिछले दो वर्षो से कोरोना संक्रमण के चलते सेल में कमी रही, लेकिन इस वर्ष में दो वर्षा से अधिक शराब और बीयर दुकानों से बिका। इसमें अंग्रेजी, देशी और बीयर का सेल हुआ है।
चोरी-छिपे महंगे दामों पर हुई बिक्री
होली के एक दिन पहले ही ज्यादातर शराब दुकानदारों ने स्टाक कर लिया था। ड्राइ डे होने के कारण बहुत सारे लोगों को शराब नहीं मिल पा रही थी, ऐसे में उन लोगों ने लोगों की मजबूरी का फायदा उठाते हुए ऊंचे दामों पर दुकानों के आस पास घरों और गुमटी से शराब बेची गई।
बोले जिला आबकारी अधिकारी
जिले में दो दिनों में रिकार्ड शराब की बिक्री हुई है। अन्य दिनों की अपेक्षा जिले में काफी शराब की बिक्री हुई है। जिससे विभाग को राजस्व की वृद्धि हुई है।