साइकिल बनाने वाले के लाल ने किया कमाल, जुगाड़ से बना दिया फायरिंग डिवाइस, देखकर लोग हैरान

सिकन्दरपुर (बलिया, उत्तर प्रदेश)। सृष्टि में जन्मे प्रत्येक मानव का ईश्वर ने जीवन यापन के लिए बौद्धिक विकास किया हैं। हर एक इंसान अपने दिमाग का प्रयोग अपने हिसाब से करता है। चाहे पढ़ाई- लिखाई हो या कोई अविष्कार हो। तहसील क्षेत्र सिकन्दरपुर के ब्लॉक पंदह अन्तर्गत गोपालपुर गांव के साइकिल बनाने वाले के बेटे ने एक हैरतअंगेज अविष्कार कर अपनी प्रतिभा का शानदार प्रदर्शन किया हैं। कहते हैं न कि आवश्यकता ही आविष्कार की जननी होती है।

इस कहावत को बलिया जिले के तहसील सिकन्दरपुर व ब्लॉक पंदह अन्तर्गत गोपालपुर गांव निवासी अनुज कुमार ने सही साबित कर दिखाया है। जिले के गोपालपुर ग्राम निवासी बीए प्रथम वर्ष की पढ़ाई कर रहें अनुज कुमार ने महज 23 साल की आयु में एक फायरिंग यंत्र का अविष्कार कर सबको हैरत में डाल दिया हैं। सबसे बड़ी बात ये है कि यह फायरिंग यंत्र रिमोट कंट्रोल व मोबाइल डिवाइस के माध्यम से देश के किसी भी कोने से अंधाधुंध फायर कर सकेगा।

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अनुज कुमार ने बताया कि चार साल के अथक प्रयास से यह फायरिंग डिवाइस बनकर तैयार हुआ है, जिसे अनुज कुमार ने बीएस यानि बार्डर सिक्योरिटी का नाम दिया हैं। बताते चलें कि सोमवार को अनुज कुमार अपने गांव गोपालपुर में इस फायरिंग डिवाइस का डेमो दिखा रहे थे, जिसे देखने के लिए स्थानीय लोगों की भारी भीड़ उमड़ पड़ी थी। वही साइकिल बनाने वाले के बेटे अनुज द्वारा इस तरह का अविष्कार देखकर हर कोई अचंभित रह गया।

आविष्कार कर्ता अनुज कुमार ने बताया कि देश की सीमाओं पर इस डिवाइस को लगाकर दुश्मनों पर नजर रखने के साथ ही उनका काम भी तमाम किया जा सकेगा। अनुज कुमार का कहना है कि यदि मेरे अविष्कार से देश की सुरक्षा व सैनिकों का काम आसानी से हो जाए तो यह मेरे लिए सौभाग्य की बात होगी। कहा कि यह अविष्कार देश के लिए भी विकास के पथ पर अग्रसर करने में सहायक सिद्घ होगा तथा डिजिटल इंडिया के सपने को साकार करेगा। अनुज ने बताया कि राज्य सरकार व केंद्र सरकार द्वारा उसको अगर आर्थिक सहायता दी जाए तो यह फायरिंग डिवाइस देश की सुरक्षा में एक अहम कड़ी बनकर आतंकवादियों के खिलाफ भारत सरकार व देश की सेना का सपना पूरा करने में मदद करेगा।

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