बात की जाए या तो बिहार के लोगों का चर्चा केवल भारत ही नही पूरी दुनिया में होती है चाहे वह अच्छी बात के लिए हो या कुछ अजीबोगरीब बात के लिए लेकिन बिहार के लोग हर क्षेत्र में आगे रहते हैं ऐसे ही बिहार के एक किसान ने काला आलू की खेती कर चर्चा का विषय बन गया है आपको बताते बिहार राज्य के सिवान जिला का एक किसान ने अमेरिकी काला आलू की खेती किया है जिसके बाद से लोग उसके घर पहुंच रहे हैं काला आलू देखने के लिए और इसकी उत्पाद कितनी है इसके बारे में जानने के लिए क्योंकि काला आलू का पैदावार काफी ज्यादा होता है।
Black Potato
बिहार राज्य के सिवान जिला गोरियाकोठी प्रखंड के करपलिया गांव के किसान सुरेश प्रसाद ने काला आलू का एक्सपेरिमेंट के तौर पर 2 कट्ठा खेत में रोपाई किया था लेकिन किसान के आलू जैसे ही घर पहुंचा है चर्चा का विषय बन गया क्योंकि बिहार और क्षेत्र में पहली बार ऐसा हुआ है कि मात्र 2 कट्ठा आलू की खेत में 12 कुंटल आलू का पैदावार हुआ हो आलू की फसल मात्र 120 दिन में तैयार हो गई , काला आलू की खेती देशभर के अलग-अलग जगहों पर किसान करते हैं लेकिन सिवान जिला में पहली बार ब्लैक पोटैटो की खेती की गई है खास बात है कि सुरेश प्रसाद ने केवल आलू की खेती करने के लिए ₹1000 खर्च किए थे , अब सुरेश प्रसाद की कमाई जानकर आप भी चौंक जाएंगे सुरेश प्रसाद ने अभी तक 10 कुंटल
काला आलू बेच चुके हैं 1 किलो आलू का दाम ₹50 तो आप समझ सकते हैं कि ₹1000 खर्च कर काला आलू की खेती कर किसान ने मात्र 120 दिनों में घर बैठे ₹50000 कमा लिया है अभी सुरेश प्रसाद के पास 2 कुंटल और काला आलू बचा हुआ है । किसानों के लिए सुरेश प्रसाद अब यह बता रहे हैं कि किस तरह से ब्लैक पटाखों की खेती कर अच्छा मुनाफा कमाया जा सकता है वहीं मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सुरेश प्रसाद के पास अब बिहार के कोने-कोने से लोग काला आलू की बीच की मांग कर रहे हैं यहां तक कि अन्य प्रदेशों से भी लोग सुरेश प्रसाद के पास कॉल करके काला आलू की बीच की मांग कर रहे वही सुरेश प्रसाद का कहना है कि अब हम अगले वर्ष बड़े पैमाने पर काला आलू की खेती करेंगे।
काला आलू का उत्पाद बहुत अच्छा होता है जिस वजह से यह भारत में धीरे-धीरे किसान काला आलू की खेती करना शुरू कर चुके हैं आपको बता दें कि काला आलू ज्यादातर अमेरिकी के पर्वतीय क्षेत्र एंडीज शहर में होती है काला आलू की खेती सभी जगहों पर नहीं की जाती है हालांकि बिहार के सिवान में सुरेश प्रसाद ने इसका ट्राई किया और अच्छा उत्पाद हुआ है