जाने आखिर क्या है बागेश्वर धाम बाबा के चमत्कारों से जुड़ा विवादWhat is the controversy related to the miracles of Bageshwar Dham Baba

मध्यप्रदेश के बागेश्वर धाम कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री पर अंधविश्वास और जादू टोना फैलाने का आरोप लगे हैं श्री राम चरित्र चर्चा महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित हुआ था कि यह कथा 13 जनवरी तक चलनी थी लेकिन दो दिन पहले ही 11 जनवरी को यह कथा संपन्न हो गई क्योंकि नागपुर की एक संस्था ने कथा वाचक धीरेंद्र शास्त्री पर जादू टोना और अंधश्रद्धा फैलाने का आरोप लगा दिया
समिति का कहना है उसकी तरफ से धीरेंद्र शास्त्री को 30 लाख रूपये का चैलेंज दिया गया था कहां गया कि उन लोगों के बीच में दिव्या चमत्कारी दरबार लगाएं अगर वह दावा करते हैं कि सब के बारे में सब जान लेते हैं तो उनका सच बताएं अगर वह उनके बारे में सच बता देते हैं तो उन्हें भेंट स्वरूप ₹30 लाख देंगे लेकिन धीरेंद्र ने चैलेंज स्वीकार नहीं किया 2 दिन पहले ही दिव्या चमत्कारी दरबार लगाए बिना ही नागपुर से चले गए इस मुद्दे पर समिति धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री का विरोध कर रही है


समिति ने कुछ चुनौती दी थी


समिति अपने 10 लोगों को धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री के सामने लेकर जाती उन्हें अपने अंतर्ज्ञान से उनके बारे में बताना था इसमें उनका नाम नंबर उम्र और उनके पिता का नाम बताना था इसके अलावा पास के कमरे में दो चीजें रखते हैं उन 10 चीजों को उन्हें पहचानना था इसे दो बार रिपीट करते यदि 90% रिजल्ट भी दे देते तो समिति उन्हें ₹30 लाख का इनाम देगी हालांकि इसके लिए उन्हें ₹3 लाख डिपाजिट करना होता श्याम मानव के मुताबिक उन्होंने चुनौती नहीं शिव कार की और पहले ही नागपुर से रवाना हो गए


बाबा ने चुनौती स्वीकार किया

नागपुर में उठे सवाल के बाद बाबा पर अंधविश्वास का ठप्पा लगाया जा रहा था इसके बदले उन्होंने दिया करारा जवाब
दरअसल शुक्रवार को 11:00 बजे दिव्य दरबार शुरू हुआ और धीरेंद्र शास्त्री गद्दी पर बैठे गद्दी पर बैठे और अर्जी लगाना शुरू कर दिया लोगों को बुलाना चालू कर दिए उसी दौरान वहां कवरेज कर रहे पत्रकारों में से एक पत्रकार के चाचा का नाम रखें उन्होंने पुकारा और बोला विनय तिवारी कौन है और वह पत्रकार वह हाजिर हुए और उनके बारे में पहले से ही उनकी पर्चा में लिखा हुआ था और वह पत्रकार उस बात को स्वीकार किए यहां सच है उनके भतीजे उनके चाचा का नाम धीरेंद्र शास्त्री ने बताया पत्रकार फिर वहां तालियों की गूंज जोर जोर से बजाने लगा फिर धीरेंद्र महाराज जी ने बोले अब मैं किसी को कोई प्रमाण नहीं दूंगा देख लीजिए जिनको देखना है सामने है


गांव वालों की किस्मत चमकी


गड़ा गांव में पंडित धीरेंद्र शास्त्री की दिव्य दरबार लगने से गांव की किस्मत खुल गई है 300 घरों के गांव में करीब 2000 से अधिक दुकानें खुल चुकी हैं और बाहर प्रसाद और फूल मालाएं बेच कर लोग दिन भर में 12 से 15 सो रुपए रोज कमा ले रहे हैं और यहां दुकानों का किराया भी 3000 से लेकर 1.25लाख रुपए प्रतिमाह हो चुका है
बागेश्वर धाम के दरबार में बड़ी संख्या में लोग पहुंचते हैं और अपनी अर्जी लगाते हैं लेकिन सबके मन में यह बात बनी रहती है कि आखिर बाबा लोगों के मन की बात कैसे जान लेते हैं यह चीज अभी तक किसी ने नहीं जान पाया तो
आखिर बाबा लोगो की मन की बात कैसे जान लेते हैं

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