नेपाल सरकार ने भारतीय बाजार को चौपट कर दिया है आपको बता दें कि नेपाल सरकार की एक फैसला ने हजारों दुकानदारों को बेरोजगार कर दिया है भारतीय बाजार नेपाली लोगों से गुलजार रहता था लेकिन अब बाजार पूरी तरह से सुना नजर आ रहा है
नेपाल सरकार के एक फैसले के बाद भारत के तमाम लोग जो नेपाल के बॉर्डर पर अपना दुकान लगाए थे बिजनेस करते थे वह लोग काफी परेशान हो गए हैं वहीं नेपाल के लोग भी काफी सरकार के फैसले से परेशान हैं,
क्योंकि नेपाल के कुछ लोग भारत में आकर समान की खरीदारी करते थे क्योंकि भारत में नेपाल से सस्ता सामान नेपाल की नागरिकों को उपलब्ध हो जाता था जिससे भारत के दुकानदारों को भी काफी फायदा होता था इसी से उनके घर की रोजी-रोटी चलती थी लेकिन नेपाल सरकार ने एक कड़े फैसला लेते हुए नेपाली सो रुपए भारतीय 62.5 रुपए से अधिक सामान भारत से नेपाल ले जाने में सीमा शुल्क देना पड़ रहा है यही वजह है कि अब लोग भारत में खरीदारी करने नहीं आ रहे हैं
कुछ सामानों पर 5% टैक्स है तो कुछ समान 20% वहीं कुछ ऐसे भी समान है जिस पर 35 परसेंट तक सीमा शुल्क लगता है यही वजह है कि भारतीय दुकानदारों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है नेपाल बॉर्डर पर स्थित एक दुकानदार ने बताया कि पहले जब त्योहारों का समय होता था तो हम लोग से 25000 रुपए तक की कमाई कर लेते थे पूरी मार्केट के बाद करें तो 5 करोड़ तक का बिक्री हो जाता था लेकिन अब नेपाल सरकार की सीमा शुल्क लगाने के बाद बाजार बिलकुल सुना नजर आ रहा है बाजार में कोई ग्राहक नहीं आ रहा है हम लोग पूरी तरह से बर्बाद हो चुके हैं क्योंकि हम लोगों का बिजनेस नेपाली लोगों से ही चलता था वही हम लोगों का सम्मान खरीदे थे अब नेपाल की तरफ से बहुत कम लोग खरीदारी करने आ रहे हैं खरीदारी करने जो लोग आ रहे हैं वह बहुत सीमित खरीदारी कर रहे हैं वही बात की जाए भारत और नेपाल की बॉर्डर की तो उत्तर प्रदेश के बहराइच कुशीनगर महाराजगंज अन्य कई जगहों पर बॉर्डर लगता है वही बिहार में भी कई जगहों पर नेपाल की बॉर्डर लगता है जिस वजह से सभी भारतीय दुकानदार नेपाल सरकार के इस फैसले से परेशान हैं ।