deoria news: बरहज क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर बढ़ा, ग्रामीणों में दहशत

देवरिया जिले के बरहज क्षेत्र में सरयू नदी का जलस्तर तेजी से बढ़ने के कारण स्थानीय ग्रामीणों के बीच भय का माहौल है। पहाड़ी इलाकों में हो रही मूसलाधार बारिश के कारण मैदानी क्षेत्रों में भी जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि देखी जा रही है। सरयू नदी का पानी बरहज में खतरे के निशान से थोड़ी ही नीचे है, लेकिन पानी का स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिससे लोग चिंतित हैं। नदी के उफान के कारण बरहज के कई गांवों के खेतों में पानी भर गया है, जिससे फसलें बर्बाद होने का खतरा मंडरा रहा है।

सरयू नदी का रौद्र रूप बरहज घाट पर साफ देखा जा सकता है, जहां पानी ऊपर तक आ चुका है। इससे घाट पर पूजा-पाठ और स्नान करने वाले श्रद्धालुओं को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। बरहज नगर पालिका के अंतर्गत आने वाले कई मोहल्लों में भी पानी घुस गया है, जिससे जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है। कई घरों में पानी भरने के कारण लोगों को सुरक्षित स्थानों पर जाने के लिए मजबूर होना पड़ रहा है।

इस जलभराव के कारण स्वास्थ्य समस्याएं भी उत्पन्न हो रही हैं। मच्छरों के प्रकोप और गंदगी के कारण बीमारियों के फैलने का खतरा बढ़ गया है। ग्रामीणों का कहना है कि यदि जलस्तर इसी तरह बढ़ता रहा तो आने वाले दिनों में स्थिति और भी गंभीर हो सकती है।

बड़खंड के अधिकारियों ने स्थिति की गंभीरता को देखते हुए नदी के किनारे बसे गांवों का निरीक्षण शुरू कर दिया है। अधिकारी बंदूक की मजबूती और बांधों की निगरानी पर विशेष ध्यान दे रहे हैं ताकि किसी भी आपात स्थिति से निपटा जा सके। प्रशासन ने राहत और बचाव कार्यों के लिए टीमों को तैयार रहने का निर्देश दिया है और ग्रामीणों से अपील की है कि वे सतर्क रहें और किसी भी आपात स्थिति में प्रशासन से संपर्क करें।

सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर को देखते हुए प्रशासन ने बाढ़ के संभावित खतरे के मद्देनजर सभी आवश्यक कदम उठाने शुरू कर दिए हैं। अधिकारियों ने ग्रामीणों से अपील की है कि वे अफवाहों पर ध्यान न दें और सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं। प्रशासन की ओर से राहत शिविर भी स्थापित किए जा रहे हैं जहां प्रभावित परिवारों को अस्थाई आवास और भोजन की व्यवस्था की जा रही है।

बरहज क्षेत्र में जलभराव के कारण यातायात भी प्रभावित हुआ है। कई सड़कों पर पानी भर जाने से यातायात ठप हो गया है और लोगों को आवागमन में कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने नावों की व्यवस्था की है ताकि आपात स्थिति में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जा सके।

ग्रामीणों का कहना है कि पिछले कुछ वर्षों में उन्होंने कभी इस तरह की स्थिति का सामना नहीं किया। वे अपने घरों और फसलों की सुरक्षा को लेकर चिंतित हैं। कई किसानों ने फसलें बचाने के लिए अपने खेतों में बंधियों का निर्माण शुरू कर दिया है, लेकिन वे इस बात से भी अनभिज्ञ हैं कि कब तक वे इस स्थिति का सामना कर पाएंगे।

सरयू नदी के बढ़ते जलस्तर और इसके संभावित खतरों के कारण बरहज क्षेत्र में स्थिति अत्यंत नाजुक हो गई है। प्रशासन की सतर्कता और ग्रामीणों की सावधानी ही इस संकट से बचने का एकमात्र उपाय है।

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