वाराणसी। मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने वाराणसी के बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों का एनडीआरएफ टीम के साथ दौरा किया, साथ ही बाढ़ प्रभावितों का हाल जाना। मुख्यमंत्री प्रशासनिक अधिकारियों के साथ अस्सी घाट पहुंचे जहाँ पर एनडीआरएफ की रेस्क्यू बोट पर सवार होकर गंगा और वरुणा नदी के माध्यम से नदी से सटे बाढ़ प्रभावित इलाकों का निरीक्षण किया। एनडीआरएफ के कमांडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा ने माननीय मुख्यमंत्री को राज्य में और विशेष रूप से वाराणसी में बाढ़ प्रभावित इलाकों की जानकारी दी। माननीय मुख्यमंत्री के द्वारा बाढ़ प्रभावित मारुति नगर के आस पास के क्षेत्रों का दौरा किया गया और बाढ़ पीड़ितों को राहत सामग्री बांटी गई। रात-दिन राहत बचाव अभियान में जुटे हुए एनडीआरएफ के जवानों और उनकी कर्तव्यनिष्ठा एवं मानव सेवा को मुख्यमंत्री श्री योगी आदित्यनाथ ने खूब सराहा और एनडीआरएफ के कमांडेंट श्री मनोज कुमार शर्मा के निर्देशन में बचाव अभियानों में जुटी उनकी टीम को प्रोत्साहित किया।
ज्ञात हो कि वर्तमान में, प्रदेश में 11 एनडीआरएफ की 14 टीमें बाढ़ राहत बचाव कार्यों में तैनात हैं और जनपद वाराणसी में चार टीमें, 160 से अधिक बचाव कर्मी, 30 से अधिक मोटर बोट और आधुनिक बचाव उपकरणों के साथ राहत बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं।
वर्तमान में गंगा और वरुणा नदी के निचले इलाकों में बाढ़ की स्थिति बनी हुई है। एनडीआरएफ की टीम ने अब तक अशोक नगर, सामने घाट, मारुति नगर, काशी पुरम, शिवाजी नगर, कोनिया, नक्किघात, शास्त्री घाट इत्यादि बाढ़ प्रभावित इलाकों से चार सौ से अधिक लोगों को निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया है। कई जगहों पर एनडीआरएफ की वॉटर बोट के माध्यम से घायलों को प्राथमिक उपचार देकर अस्पताल तक पहुंचाने में भी सहयोग किया जा रहा हैं। इसके अतिरिक्त टीम प्रशासन के साथ मिलकर राहत सामग्री वितरण करने में भी अपना सहयोग दे रही है साथ ही एनडीआरएफ की चिकित्सकीय टीम के द्वरा प्रभावितों के स्वास्थ्य की जांच के अनुसार आवश्यक दवाएं भी निःशुल्क प्रदान किया जा रही हैं। बाढ़ की इस विभीषिका से लोग बुरी तरह त्रस्त हैं, उनकी इस स्थिति में एनडीआरएफ उनके साथ है और हर मुश्किल घड़ी में सहायता के लिए तत्पर हैं।