जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने 1 जुलाई से प्रारंभ होने वाले विशेष संचारी रोग नियंत्रण अभियान के तैयारियों की गहन समीक्षा की। उन्होंने सभी विभागों को आपसी समन्वय स्थापित कर अभियान को सफल बनाने का निर्देश दिया। कहा कि मौसम में बदलाव के साथ वेक्टर जनित रोग बढ़ जाते हैं, ऐसे में विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता है।
जिलाधिकारी ने कहा की आशा, एएनएम एवं आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों की महत्वपूर्ण भूमिका है। ये सभी घर-घर जाकर लोगों को जागरूक करें और वेक्टर जनित बीमारियों के लक्षणों वाले लोगों को तत्काल निकटवर्ती सीएचसी/पीएचसी पर जाने के लिए प्रेरित करें। जिलाधिकारी ने जिला पंचायत राज विभाग एवं नगर निकायों को निर्देशित किया कि जल जमाव वाले स्थानों पर कीटनाशक दवाओं का प्रयोग किया जाए। नियमित तौर पर फागिंग कर मच्छरों को पनपने से रोका जाए। स्वच्छता के लिए विशेष अभियान चलाया जाएगा। मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देशित करते हुए जिलाधिकारी ने कहा कि खुले में घूमने वाले सूअरों को बाड़े में सुरक्षित रखवाया जाए। उन्होंने बताया कि शासन की मंशा के अनुरूप संचारी रोग नियंत्रण अभियान के द्वितीय चरण का आयोजन 1 से 31 जुलाई के मध्य आयोजित किए जाएंगे।
जिलाधिकारी ने नागरिकों से अनुरोध किया कि वे इस अभियान में भागीदारी के तहत कूलर का पानी बदलते रहे, घर के आसपास जलभराव न होने दें, पानी की टंकी साफ रखें और स्वच्छता पर जोर दें। पूरी बाँह का कपड़ा पहने, सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग अवश्य करें, घर के आसपास कूड़ा एकत्र न होने दें और हाथों को नियमित रूप से धोते रहें।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार, सीएमओ डॉक्टर आलोक पांडेय, एडीएम प्रशासन कुंवर पंकज, एसीएमओ डॉ सुरेंद्र सिंह, डीपीओ कृष्ण कांत राय, डीपीआरओ अविनाश कुमार, डॉ गुलजार त्यागी सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।