पंजाब के मोगा में रहने वाले 89 साल के गुरुदेव सिंह ने अपना पूरा जीवन गरीबी में बिताया वह मजदूरी करते थे और बीते 25 से 26 साल से रिक्शा चला रहे हैं
थे लेकिन गुरुदेव सिंह अब करोड़पति है उन्होंने 2.5 करोड़ रुपए की लॉटरी जीती है या पंजाब सरकार का बैसाखी बंपर लाटरी है उनके परिवार में सभी बेहद खुश हैं गुरुदेव बीते 40 से 50 सालों से लॉटरी टिकट खरीद रहे थे तो आइए पूरी खबर विस्तार से जानते हो उन्होंने कैसे लॉटरी लगाई और कैसे इतने पैसे जीते
89 साल के उम्र में बने करोड़पति गुरुदेव सिंह की संघर्ष की कहानी
गुरुदेव सिंह एक साल या दो साल से नहीं वह 40 – 50 साल से लॉटरी की टिकट खरीद रहे थे वह बताते हैं कि हम गांव में रहते हैं जब भी मैं शहर जाता था मैं टिकट खरीदता था मैं कभी नहीं जीता फिर उसके बाद हमने 2 , 3 साल से टिकट खरीदना बंद कर दिया था मैं कुछ दिन पहले शहर गया था और मैंने इसे आखरी बार खरीदने के बारे में सोचा और फिर हमने लॉटरी वाली टिकट ले लिया और मैं जीत गया
अभी गुरुदेव सिंह 2.5 करोड का मालिक बन चुके हैं क्या है उनकी सपने
ढाई करोड़ जीतने के बाद भी उनके पास कोई बड़ा है योजना या सपना नहीं है जैसे आम जनता है लोगों में देखा जाता है कि अगर इतने पैसे कही से अजाते जाते हैं तो वह कुछ योजना बनाते हैं कि इस पैसे से हम आगे ऐसे या कुछ जहां यूज करने वाले हैं लेकिन यह बताते हैं कि अभी हमने कोई योजना नही बनाई है और उन्होने अपना अधिकांस जीवन कच्चे मकान में बिताए हैं इस लिए उनके सपने आज भी घर से जुड़े हुए हैं और वह बताते हैं कि मेरे चार बेटे और पोते हैं और वह बताते हैं कि मैं उनके लिए घर बनवाना चाहता हूं हर बच्चे के लिए दो कमरों का एक घर मैं उनके लिए घर बनवाना चाहता हूं मैं पूरी जिंदगी पक्के मकान के लिए संघर्ष किया हूं और मैंने इस घर को बनाने के लिए कड़ी मेहनत कि है
और वह बताते हैं कि मैं मजदूरी के तौर पर काम किया हूं फिर मैंने खेतों में और मकान बनाने के लिए भी मजदूरी की है और आगे वह बताते हैं कि मैं खेती के लिए लीज पर जमीन लेता था लेकिन इससे फायदा नहीं होता था पिछले 25 – 26 साल से मैं रिक्शा चला रहा हूं और कभी रुका नहीं हूं और रिक्शा चलाना मेरी जिंदगी का हिस्सा बन गया है मुझे पता है कि अब मुझे काफी पैसे मिल जाएगा लेकिन मुझे अपने काम से प्यार है मुझे पेड़ पौधे पसंद है गर्मियों में बाहर काम करना बहुत मुश्किल है और वह बताते हैं कि सर्दियों में मैं दो-तीन घंटा काम करता हूं गुरुदेव की सभी बच्चों की शादी हो चुकी है गुरुदेव की लॉटरी लगने से उनकी पत्नी बेहद खुश हैं
गुरुदेव की पत्नी मनजीत सिंह का कहना है
वह बताती है कि मैं अपनी खुशी आपको बता नहीं सकती पूरी जिंदगी हमने गरीबी में बिताई है काफी दुख झेला है लेकिन हमने कभी बुरा नहीं माना हम भगवान के शुक्रगुजार हैं
जीतने के बाद क्या वह फिर लॉटरी का टिकट खरीदेंगे
जब गुरुदेव सिंह से पूछा गया कि क्या आप दोबारा लॉटरी खरीदेंगे तो उन्होंने मुस्कुराते हुए जवाब दिया वह बताते हैं कि मैं जो जीत गया हूं उसी से बहुत खुश हूं मैं अपनी जीवन की अंतिम पड़ाव में हूं मैं शायद 10 – 20 साल और जी लूं या कल ही मर जाऊं भविष्य का किसे पता और भगवान ने हमारे लिए क्या सोचा है यह भी नहीं पता