जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह ने आज विभिन्न निर्माण परियोजनाओं का औचक निरीक्षण किया। निर्माण परियोजनाओं के निर्धारित समयावधि पर पूर्ण न होने पर डीएम ने गहरी नाराजगी जताई। उन्होंने कहा कि निर्माण में विलंब होने से परियोजना की लागत एवं उपयोगिता पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। इसकी जवाबदेही तय कर कार्रवाई की जाएगी।
डीएम ने आज लोक निर्माण विभाग के गेस्ट हाउस परिसर में निर्माणाधीन चार अति विशिष्ट कक्षों के नवीन ब्लॉक निर्माण परियोजना का निरीक्षण किया। मौके पर कार्य लगभग ठप मिला, जिस पर उन्होंने गहरी नाराजगी व्यक्त की। परियोजना का कार्य 17 नवंबर 2020 से प्रारंभ हुआ था। इसे 16 अगस्त 2021 तक पूर्ण करना था, इसे अभी तक पूरा नहीं किया जा सका है। परियोजना की कुल स्वीकृत लागत 2.68 करोड़ में से 2.05 करोड़ रुपये का आवंटन हो चुका है। इसके बावजूद निर्माण कार्य अपेक्षित गति से नहीं होता मिला।
जिलाधिकारी ने कहा कि यह परियोजना अत्यंत महत्वपूर्ण है। उन्होंने इसे शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। साथ ही गुणवत्ता सुनिश्चित करने के संबन्ध में उन्होंने कई आवश्यक निर्देश दिए।
जिलाधिकारी ने राजकीय निर्माण निगम द्वारा पुलिस लाइन में निर्माणाधीन जी+12 मंजिला ट्रांजिट हॉस्टल का निरीक्षण भी किया। मौके पर साइट इंजीनियर नहीं मिला, जिस पर डीएम ने नाराजगी जताई। परियोजना की पुनरीक्षित लागत 27.49 करोड़ रुपये है जिसमें से 21.05 करोड़ रुपये व्यय किये जा चुके हैं। परियोजना के तहत जी+12 के दो ब्लॉक का निर्माण होना है। इसका निर्माण कार्य 5 नवंबर 2020 को प्रारंभ हुआ था और इसे जून 2022 तक पूर्ण होना था। लेकिन अभी तक निर्माण पूर्ण नहीं हो सका है। द्वितीय ब्लॉक में अभी तीसरे फ्लोर के निर्माण का कार्य चल रहा है। डीएम ने परियोजना को शीघ्र पूर्ण करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि दोनों परियोजनाएं जनपद के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण हैं। गुणवत्ता के साथ किसी भी तरह का समझौता न किया जाए। अन्यथा जवाबदेही तय करके कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी।इस अवसर पर अधिशासी अभियंता पीडब्लूडी आरके सिंह, सहायक अभियंता अब्बास सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।