कुंभ हादसे की होगी न्यायिक जांच, पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार की अध्यक्षता में कमेटी गठित

कुंभ मेले के दौरान हुए बड़े हादसे की जांच के लिए सरकार ने न्यायिक जांच कराने का फैसला किया है। इस हादसे में कई लोगों की जान चली गई, जिसके बाद इसे लेकर प्रशासन और सरकार पर सवाल उठने लगे। मुख्यमंत्री ने मामले की गंभीरता को देखते हुए एक न्यायिक जांच समिति गठित करने की घोषणा की है। इस समिति की अध्यक्षता पूर्व न्यायाधीश हर्ष कुमार करेंगे। इसके अलावा कमेटी में पूर्व डीजीपी वीके गुप्ता और रिटायर्ड आईएएस अधिकारी बीके सिंह को भी शामिल किया गया है।

घटना की तह में जाना जरूरी

सरकार का कहना है कि इस घटना की पूरी सच्चाई सामने आनी चाहिए। कुंभ मेले में हर बार लाखों श्रद्धालु आते हैं, और यह प्रशासन की जिम्मेदारी होती है कि वे सभी की सुरक्षा सुनिश्चित करें। ऐसे में इतने बड़े धार्मिक आयोजन के दौरान इस तरह की घटना का होना गंभीर लापरवाही को दर्शाता है। न्यायिक जांच समिति इस हादसे के सभी पहलुओं की गहराई से जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि इसमें किसी भी स्तर पर चूक हुई थी या नहीं।

पुलिस भी करेगी अपनी जांच

न्यायिक जांच के अलावा पुलिस प्रशासन भी इस घटना की जांच करेगा। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि वे मौके पर मौजूद चश्मदीदों से पूछताछ कर रहे हैं और सभी पहलुओं को ध्यान में रखते हुए जांच आगे बढ़ा रहे हैं। पुलिस यह भी पता लगाएगी कि हादसे के दौरान सुरक्षा के इंतजाम पर्याप्त थे या नहीं और यदि कोई चूक हुई है तो इसके लिए कौन जिम्मेदार है।

ऐसा हादसा क्यों हुआ?

अब तक की प्रारंभिक जांच में यह सामने आया है कि मेले के दौरान भीड़ नियंत्रण के इंतजामों में कमी रह गई थी। श्रद्धालुओं की संख्या अनुमान से अधिक हो गई थी, जिससे भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई। इसके अलावा सुरक्षा कर्मियों की तैनाती और इमरजेंसी प्लानिंग में भी खामियां रही होंगी, जिनकी जांच जरूरी है। समिति इस बात की भी जांच करेगी कि क्या आयोजकों ने पहले से ऐसी किसी स्थिति से निपटने के लिए पर्याप्त उपाय किए थे या नहीं।

मृतकों के परिजनों को 25-25 लाख की सहायता

हादसे में जान गंवाने वाले लोगों के परिजनों के लिए सरकार ने 25-25 लाख रुपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार पीड़ित परिवारों के साथ खड़ी है और उन्हें हर संभव मदद दी जाएगी। इसके अलावा घायलों को भी उचित इलाज और मुआवजा दिया जाएगा।

भविष्य में सुरक्षा के कड़े इंतजाम होंगे

यह हादसा प्रशासन के लिए एक बड़ी सीख है। सरकार ने संकेत दिए हैं कि भविष्य में ऐसे आयोजनों के दौरान सुरक्षा मानकों को और कड़ा किया जाएगा। कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर आने वाले कुंभ मेलों के लिए नए दिशा-निर्देश बनाए जा सकते हैं, जिससे ऐसी घटनाओं को पूरी तरह से रोका जा सके।

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