क्या होता है दिमाग का पढ़ना और कैसे होती है What is mind reading and how is it done

माइंड रीडिंग का मतलब होता है कि बिना जाने सामने वाले व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा है जानना किसी साधनों के इस्तेमाल किए बिना एक दूसरे व्यक्ति के दिमाग कि विचार को जानना ही माइंड रीडिंग कहलाता है

कैसे पढ़ सकते हैं सामने वाले व्यक्ति की मन की बात

इस क्रिया में व्यक्ति अलर्ट रहकर और अपना दिमाग खुला रखकर अगले व्यक्ति की फीलिंग को समझता है कुछ मनोवैज्ञानिक तकरीबे और सलाह के जरिए दूसरे व्यक्ति के दिमाग को प्रभावी ढंग से पढ़ता है जिससे यह संकेत मिलता है कि सामने वाले व्यक्ति के दिमाग में क्या चल रहा है इसका थोड़ा बहुत अंदाजा मिल जाता है दिमाग के सामने कोई एक्स-रे मशीन या कोई स्कैनर थोड़े लगा होता है कि वह दिमाग का अनुवाद करके आपको बता दें लेकिन कुछ आसान तरीके अपनाकर आप किसी भी दिमाग कि विचारों को जान सकते हैं कि सामने वाले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है आपको अपनी आंखें के साथ-साथ अपने कान और दिमाग को बिल्कुल खुला रखना है साथी बेहद समझदारी से आपको काम लेना पड़ता है अगर आपका ध्यान थोड़ा सा भी इधर-उधर विचलित होता है तो सामने वाले व्यक्ति के माइंड को रीडिंग नहीं कर सकते

माइंड रेडिंग
विज्ञान पर है आधारित

कई लोग यह समझते हैं कि शायद माइंड रीडिंग विज्ञान पर आधारित है तो यह लोगों को समझना जरूरी है कि माइंडिंग सटीक विज्ञान पर आधारित नहीं है क्योंकि आप हर बार सही नहीं हो सकते कि सामने वाला व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है क्यों आप कई दफा गलत भी हो सकते हैं इसलिए आप पूर्ण रुप तरीके से आप यह नहीं कह सकते कि यह विज्ञान पर आधारित है क्योंकि आप हर बार माइंड
रीडिंग करते समय सही नहीं हो सकते कड़ी नजर रखने के बाद सामने वाले व्यक्ति के मन में क्या चल रहा है अंदाजा लगा कर बता सकते हैं जो कुछ हद तक सही होता है


क्या यह जादू है

कई लोग इसे जादू समझते हैं तो यह कोई जादू नहीं है एक ऐसी तकनीक है जिससे आप पलक झपकते ही सामने बैठे इंसान की मनोदशा को जान सकते हैं यह एक कला है दूसरे के दिमाग को पढ़ने की आमतौर पर गांव में देखा जाता है कि इस तरह के व्यक्ति को जादुई के नाम से जाना जाता है लेकिन यह कोई जादू नहीं है एक कला है दूसरे के दिमाग को पढ़ने की

कैसे पता करें वह सच बोल रहा है या झूठ

जब आपसे सामने वाला व्यक्ति बातें कर रहा है उस समय आप उसके आंखों से आंखें मिला कर देखें अगर वह आपसे आंखें मिलाते समय अपनी नजर को छुपा रहा है तो वह कुछ ना कुछ आप से छुपा रहा है और अगर आप से बोलते समय वह आंखें नहीं झुकता हिचकिचाता नहीं तथा साथ ही पूरे आत्मविश्वास से बात कर रहा है तो वाकई में आपसे वह कुछ छिपा नहीं रहा है और सारी बातें सही बता रहा है इस तरह से सामने वाले व्यक्ति को पहचान सकते हैं हमसे झूठ बोला रहा की सही सच और झूठ बोलते समय ना केवल एक इंसान की आवाज बल्कि उसकी शारीरिक अंग भी कई तरह के लक्षण बयां करने लगते हैं सच बोलने वाले इंसान किसी की आंखों में आंखें मिला कर बात करने का हिम्मत रखता है उसकी आंख चुराने की आवश्यकता नहीं होती है लेकिन झूठ बोलने वाला इंसान आंखों में देखने के बजाय इधर-उधर देखता है उसके हाथ पैर कांपने लगते हैं और उसको इस बात का भनक भी नहीं लगता कि उसका हाथ पैर कांप रहे हैं और अगला आदमी समझ जाता है कि व्यक्ति झूठ बोल रहा है इस तरह से आप आसानी से पता लगा सकते हैं

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