उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में इस साल की गर्मी ने सभी पुराने रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। शहर में गर्मी की तीव्रता के कारण स्थिति और भी गंभीर हो गई है। 24 घंटे के भीतर शहर के चार श्मशानों में 414 शवों का अंतिम संस्कार किया गया, जो कि अत्यधिक गर्मी के कारण मौतों की संख्या में वृद्धि को दर्शाता है।
गर्मी का कहर

प्रयागराज में तापमान ने 45 डिग्री सेल्सियस का आंकड़ा पार कर लिया है, जिससे जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हो गया है। शहर में लगातार बढ़ रही गर्मी और लू के थपेड़ों के कारण लोगों का बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। अस्पतालों में भी मरीजों की संख्या में इजाफा हुआ है, जिनमें से अधिकांश गर्मी से संबंधित बीमारियों से पीड़ित हैं।
श्मशानों में भीड़
प्रयागराज के चार प्रमुख श्मशानों – रसूलाबाद, दरियाबाद, फाफामऊ और झूंसी में शवों का तांता लगा हुआ है। श्मशान कर्मियों के लिए भी यह स्थिति बेहद चुनौतीपूर्ण हो गई है। रसूलाबाद श्मशान के एक कर्मी ने बताया कि उन्होंने कभी इतनी बड़ी संख्या में शवों का अंतिम संस्कार नहीं किया। लगातार बढ़ती संख्या ने उनके संसाधनों पर भी दबाव डाल दिया है।
प्रशासन की तैयारी
प्रयागराज के जिलाधिकारी ने बताया कि प्रशासन स्थिति पर पूरी तरह नजर बनाए हुए है। श्मशानों में अतिरिक्त कर्मचारियों की तैनाती की गई है और लकड़ियों की पर्याप्त आपूर्ति सुनिश्चित की जा रही है। प्रशासन ने आम जनता से अपील की है कि वे बिना जरूरी काम के घर से बाहर न निकलें और पानी का अधिक से अधिक सेवन करें।
स्वास्थ्य विशेषज्ञों की चेतावनी
स्वास्थ्य विशेषज्ञों का कहना है कि अत्यधिक गर्मी के कारण हीट स्ट्रोक, डिहाइड्रेशन और अन्य स्वास्थ्य समस्याएं बढ़ सकती हैं। लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे धूप में बाहर जाने से बचें और हल्के और सूती कपड़े पहनें। इसके साथ ही बच्चों और बुजुर्गों का विशेष ध्यान रखने की आवश्यकता है।
जल संकट
गर्मी के साथ-साथ शहर में जल संकट भी गहराता जा रहा है। कई क्षेत्रों में पानी की कमी हो गई है, जिससे लोगों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन ने जल वितरण के लिए विशेष टैंकरों की व्यवस्था की है, लेकिन स्थिति अब भी गंभीर बनी हुई है।
राहत के उपाय
प्रशासन द्वारा लू से बचाव के लिए कई कदम उठाए जा रहे हैं। सार्वजनिक स्थानों पर ठंडे पानी के प्याऊ लगाए गए हैं और अस्पतालों में हीट स्ट्रोक के मरीजों के लिए विशेष वार्ड बनाए गए हैं। इसके साथ ही, शहर में जगह-जगह पर छांव के लिए अस्थाई शेड्स लगाए जा रहे हैं।
भविष्य की संभावनाएं
मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों में तापमान में और वृद्धि की चेतावनी दी है। ऐसे में प्रशासन और जनता दोनों को ही सतर्क रहने की आवश्यकता है। विशेषज्ञों का कहना है कि जलवायु परिवर्तन के कारण इस प्रकार की अत्यधिक गर्मी की घटनाएं भविष्य में भी बढ़ सकती हैं, इसलिए हमें इसके लिए तैयार रहना होगा।
प्रयागराज में इस प्रकार की स्थिति ने सभी को चौंका दिया है। यह न केवल प्रशासन के लिए बल्कि आम जनता के लिए भी एक बड़ी चुनौती है। समय पर सही कदम उठाने से ही इस प्रकार की आपदाओं से निपटा जा सकता है।