उत्तर प्रदेश की गोरखपुर के बड़हलगंज में पूज्य श्री बागेश्वर धाम महाराज का कथा शुरू हो गया है 17 जनवरी से 19 जनवरी तक बागेश्वर धाम का कथा बड़हलगंज में सरयू नदी के किनारे लेट घाट पर आयोजन किया जा रहा है।
बागेश्वर धाम बाबा को देखने और उनकी कथा को सुनने के लिए सुबह से ही लाखों की संख्या में भक्त कथा स्थल पर पहुंचे जिस वजह से प्रशासन को भी कड़ी मशक्कत करनी पड़ी 600 से ज्यादा पुलिसकर्मियों को सुरक्षा में लगाया गया है पांच प्लाटून पीएसी के जवान भी तैनात किए गए हैं बागेश्वर धाम आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा को लेकर कई रोड को डायवर्ट किया गया है बाबा की कथा के लिए मंच भी विशेष तरह से बनाया गया है।
बागेश्वर धाम आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री की कथा के लिए गोरखपुर के बड़हलगंज में विशेष तरह से मंच बनाया गया है 80 फीट लंबा और 60 फीट चौड़ा मंच बनाया गया है वही पंडाल में पहुंचने वाले भक्तों के लिए जर्मन हैंगर वाला पंडाल बनाई गई है जिसकी लंबाई 700 फीट और चौड़ाई 300 फिट है बाबा की कथा को सुनने के लिए बड़हलगंज में लाखों की संख्या में श्रद्धालु पहुंच रहे हैं जिनकी सुविधा के लिए विशेष व्यवस्था की गई है 1 लाख श्रद्धालुओं के खाने की व्यवस्था की गई है।
बागेश्वर धाम आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री ने कथा में बताया की एक बार पंडित जी जा रहे थे रास्ते में उन्हें एक कुत्ता दिखाई दिया कई बार बोलने के बाद भी वह कुत्ता रास्ते से नहीं हटा इसके बाद पंडित जी ने उस कुत्ते को एक छोटे से पत्थर से मारा इस वजह से कुत्ता काफी दुखी हुआ और प्रभु श्री राम के दरबार पहुंचा जहां कुत्ते ने बताया कि पंडित जी ने मुझे पत्थर से मारे हैं इसके बाद पंडित जी को सजा सुनाने को कहा गया प्रभु श्री राम के द्वारा बताया गया की आपके द्वारा अपराध किया गया है उसका सजा जरूर मिलेगा कुत्ता जो कहेगा वही सजा आपको दिया जाएगा फिर कुत्ते ने कहा की महाराज पंडित जी को मुखबंदपुर का महंत बना दिया जाए पंडित जी बहुत खुश हुए कि मुझे महंत बनाया जा रहा है सभा में मौजूद लोगों ने कुत्ता से कहा कि आप पंडित जी को सजा दे रहे हैं या उन्हें सम्मानित कर रहे हैं कुत्ते ने कहा कि मैं भी इस कुटी पर महंत था एक गलती की वजह से मैं आज कुत्ता बन गया हूं पंडित जी भी वही गलती करेंगे तो क्या होगा।
कथा स्थल पर मौजूद लोग कथा सुनकर भाव विभोर हो रहे थे लोग आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री के द्वारा भजन पर झूम रहे थे वहीं गोरखपुर के धरती पर पहली बार आए आचार्य पंडित धीरेंद्र शास्त्री बागेश्वर धाम को देखने और सुनने के लिए देवरिया, कुशीनगर, महाराजगंज, मऊ, बलिया, बिहार राज्य के गोपालगंज, सिवान, आदि कई जगह से भक्त बाबा की कथा को सुनने पहुंचे, कथा में पहुंचे श्रद्धालुओं के लिए विशेष तैयारी की गई है कथा आयोजन कर्ताओं के द्वारा एक लाख लोगों के लिए भोजन तैयार कराया गया है, सुरक्षा को लेकर विशेष इंतजाम किया गया है