Missing Submarine Latest Updates: कोस्ट गार्ड का बड़ा बयान टाइटैनिक से आ रही है अरबपतियों की चीख सबमरीन के बारे में चला पता कितने लोग सवार थे

टाइटैनिक जहाज करीब 111 साल पहले अंधेरी रात में एक आइसबर्ग से टकराकर डूब गया था। उस अंधेरी रात में ज्यादातर यात्री नींद में सो रहे थे। जब यह हादसा हुआ, तो जहाज करीब 41 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से चल रहा था। जहाज इंग्लैंड के साउथम्पैटन से अमेरिका के न्यूयार्क की यात्रा पर था। साल 1912 में 14 और 15 अप्रैल की रात अटलांटिक महासागर में समा गया। इस हादसे में करीब 1500 लोगों की मौत हो गई थी। आज भी इस हादसे को सबसे बड़ा समुद्री हादसा माना जाता है।

अब इस बीच एक बेहद हौरान करने वाली खबर सामने आई है। दरअसल एक छोटी पनडुब्बी लोगों को टाइटैनिक के मलबे को दिखाने के लिए गई थी, जो चालक दल के साथ 19 जून से अटलांटिक महासागर में लापता है। अभी तक इस पनडुब्बी के बारे में कोई जानकारी नहीं मिल पाई है। कंपनी की तरफ से बयान जारी कर कहा गया है कि कि सभी लोगों को सुरक्षित वापस लाने की कोशिश की जा रही है।

टाइटैनिक का मलबा दिखाने के लिए ले जाने वाली पनडुब्बी उत्तरी अटलांटिक में डूब गई थी। रविवार से ही इस पनडुब्बी का कुछ पता नहीं चल रहा है। परेशान करने वाली बात है कि जहाज पर सवार पांच लोगों के लिए पनडुब्बी पर सिर्फ चार घंटे की ही ऑक्सीजन बची है जिसकी अब खत्म होने की आशंका है। कनाडाई कोस्ट गार्ड वाहन लगातार इस पनडुब्बी के बारे में पता लगाने की कोशिश कर रहा है। एक दिन पहले ही खबर आई है कि कनाडाई कोस्ट गार्ड वाहन को समुद्र के अंदर से कुछ आवाजें सुनाई दी हैं। इससे एक उम्मीद जग गई है।

अमेरिकी तट रक्षक का कहना है कि जहां टाइटैनिक का मलबा है वहां पनडुब्बी का मलबा मिला है। हालांकि यह स्पष्ट नहीं है कि यह मलबा लापता पनडुब्बी से जुड़ा है या नहीं। अधिकारियों ने गुरुवार को ट्वीट किया कि अधिकारी जानकारी का मूल्यांकन कर रहे हैं।

टाइटैनिक मलवा दिखाने ले गई पनडुब्बी के बचाव के लिए प्रयास जारी हैं। वहीं एक कनाडाई अधिकारी ने कहा कि मेडिकल टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है। पनडुब्बी खोज प्रयासों के समर्थन में एमआरसीसी (समुद्री बचाव समन्वय केंद्र) बोस्टन की सहायता करना जारी है। उन्होंने कहा कि इसके अतिरिक्त, तीन कनाडाई तट रक्षक जहाज – जॉन कैबोट, एन हार्वे और टेरी फॉक्स घटनास्थल पर हैं और जरूरत पड़ने पर उपकरण और कर्मी उपलब्ध करा सकते हैं।

अमेरिकी तटरक्षकों ने कहा धमाके की आवाज कहां से आई इसका पता लगाने के लिए मंगलवार को सर्च टीमों ने पानी के नीचे रोबोटिक सर्च ऑपरेशन (आरओवी) चलाया। हालांकि, इसका कोई फायदा नहीं हुआ। वहीं, तटरक्षकों ने इस बारे में कुछ खास जानकारी नहीं दी है। उन्होंने न तो ये बताया है कि ये धमाके कहां सुनाई दिए और न ही ये बताया कि इन धमाकों का कैसे पता लगाया।

पनडुब्बी को खोजने के लिए एक बहुराष्ट्रीय ऑपरेशन चलाया जा रहा है। इसका हिस्सा अमेरिकी तट रक्षक, कनाडाई सैन्य विमान, फ्रांसीसी जहाज और टेलीगाइडेड रोबोट हैं।

अमेरिकी तट रक्षक के अनुसार, पनडुब्बी पर मौजूद लोगों के पास चार घंटे से भी कम समय की ऑक्सीजन बची है। इसलिए बचाव दल चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं।

इस पनडुब्बी को आपात स्थिति में 96 घंटे तक ऑक्सीजन की आपूर्ति के लिए तैयार किया गया था।

बताया जा रहा है कि पनडुब्बी के चालक दल के पास सीमित राशन था।
लापता जहाज पर सवार पांच लोगों में ब्रिटिश अरबपति हामिश हार्डिंग, पाकिस्तानी टाइकून शहजादा दाऊद और उनका बेटा शामिल हैं।

पनडुब्बी जहाज की तलाश कर रहे सोनार क्षमताओं वाले एक कनाडाई विमान ने बुधवार को कुछ आवाजें सुनीं। बाद में, संचालित वाहनों को उस क्षेत्र में ले जाया गया, जहां से आवाजें उत्पन्न हुई थीं।
धमाकों की आवाज के बाद लोगों को उम्मीद जगी है कि पनडुब्बी पर मौजूद लोग जिंदा है। हालांकि, विशेषज्ञ उनके स्रोत की पुष्टि नहीं कर पाए हैं।

तटरक्षक कप्तान जेमी फ्रेडरिक ने कहा कि आवाजों के बारे में कुछ खास नहीं पता है। लेकिन ये है कि अभी उम्मीद है कि लोगों को बचाया जा सकता है।

कैप्टन फ्रेडरिक ने कहा कि कभी-कभी आप ऐसी स्थिति में होते हैं, जहां आपको कठिन निर्णय लेना पड़ता है। हम अभी तक वहां नहीं हैं। उन्होंने कहा कि यह 100 प्रतिशत खोज और बचाव मिशन बना हुआ है।

लापता पनडुब्बी के बारे में जानने के लिए आम लोग भी उत्सुक हैं। वे लोग लगातार अपने टीवी से जुड़े हुए हैं।

AD4A