आपको बता दे की मौसम भी साथ दे रहा है और आम के पेड़ों पर अब मोजर भी लगने लगे हैं लेकिन मोजर की खुशबू के आगे फल में बदल सके इसके लिए किसानों को अभी से ध्यान देना होगा अगर मोजरो की खुशबू में ही मदहोश रहे तो तय है फलों का स्वाद शायद ही चखने को को मिले पेड़ों पर लगे मोजर कई अवस्थाओं में गिरते रहते हैं जिससे मोजर की तुलना में फल बहुत कम लगते हैं लेकिन ईस स्थिति से बच सकते हैं बस इन्हें थोड़ी सी पहल करनी होगी मोजर पर ध्यान देना होगा और समय पर सिंचाई और दवा की छिड़काव करना होगा
पेड़ों पर लगे मोजर को गिरने से इस तरह बचाए
पेड़ों पर लगी मोजर गिरने से बच सके इसकी तरफ आप को अभी से ध्यान देना होगा आम के फूल और फल कई अवस्थाओं में गिरते रहते हैं जिससे पेड़ों पर मोजर की तुलना में फल बहुत कम मात्रा में लगते हैं अधिकांश फूल खिलते ही गिर जाते हैं और फल नहीं बन पाते है फूल परागण से वंचित रह जाते हैं और वह झड़ जाते हैं परगण के बाद जो फल बनते हैं उनमें से भी बहुत से फल गिर जाते हैं लेकिन मोजर आने के साथ ही इस पर ध्यान दे तो फूल और फलों का गिरना काफी हद तक रोक कर वे आम की अच्छी उपज ले सकते हैं
इस तीन अवस्था में गिरते हैं फल
कृषि पदाधिकारी बताते हैं कि आम के फलों को गिरने की मुख्ता तीन अवस्थाएं होती हैं पहले फलों को बहुत छोटी अवस्था में गिरना दूसरा पूर्ण फल बनने के बाद गिरना और तीसरी अवस्था होती है मैं मई माह में फलों का गिरना उन्होंने बताया कि फलों की गिरने की कई कारण है जिनमें भुराद तथा बीजाणु का पतन पोषण की कमी वातावरण का प्रभाव पानी की कमी तथा हार्मोन का संतुलन मुख्य है
फलों को गिरने से इस तरह बचाए
अगर इस समय रहते ध्यान दे तो फलों के गिरने को काफी हद तक रोक सकते हैं कृषि पदाधिकारी ने बताया कि फल बनने के बाद बगीची की सिंचाई कर देनी चाहिए इससे काफी हद तक छोटे फलों का गिरना रुक जाता है इसके साथ ही फलों की गिरने से रोकने के लिए 20 पीपीएम नैप्थलीन एसिटिक एसिड या 1 मिली प्लानो फिक्स एक गैलन में घोलकर आम के मटर के दाने की अवस्था में होने पर छिड़काव करना चाहिए