जिलाधिकारी जितेंद प्रताप सिंह की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट सभागार में बायो एनर्जी बोर्ड की बैठक आयोजित की गई। डीएम ने पराली के व्यवसायिक प्रयोग को बढ़ावा देने का निर्देश दिया और पराली निस्तारण को लेकर एग्रीगेटर /उद्यमी और कृषक के साथ आपसी समन्वय स्थापित कराया गया । बैठक में उद्यमी के रूप में शुभम बायो एनर्जी देवरिया और इंडियन ऑयल कॉर्पोरेशन के उद्यमी आकाश श्रीवास्तव ने किसानों से पराली खरीद का आश्वासन दिया। शुभम बायो एनर्जी और कृषको के बीच 150 रु /कुन्तल की दर से पराली खरीद पर सहमति बनी। शुभम बायो एनर्जी, देवरिया आधुनिक तकनीकी का प्रयोग करके पराली से बॉयो कोल बनाएगी।
जिलाधिकारी ने पराली के व्यवसायिक उपयोग के लिए जागरूकता अभियान चलाने पर बल दिया। उन्होंने कहा कि पराली में आग लगाने से किसानों को आर्थिक लाभ नहीं मिलता है अपितु पर्यावरण को नुकसान ही होता है। किसान पराली के माध्यम से अपनी आय में बढ़ोतरी कर सकते हैं।
जिलाधिकारी ने 150 रुपये/प्रति कुंतल की दर से पराली के क्रय को प्रोत्साहन देने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि समस्त बीडीओ अपने-अपने क्षेत्रों में पराली क्रय को प्रोत्साहन दें और भूसे को मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी से समन्वय स्थापित गोशाला में उपलब्ध कराए।
बैठक में मुख्य विकास अधिकारी रवींद्र कुमार , अपर जिलाधिकारी प्रशासन गौरव श्रीवास्तव , उप जिलाधिकारी सदर सौरभ सिंह , उप कृषि निदेशक विकेश पटेल ,भूमि संरक्षण अधिकारी ,जिला कृषि अधिकारी एवम फार्मर प्रोड्यूसर आर्गेनाइजेशन ने भाग लिया ।
शुभम बायो एनर्जी ने 15 हजार में खरीदा दस टन पराली
सदर तहसील के रतनपुरा गाँव में उपजिलाधिकारी सदर के नेतृत्व में कृषक दयानंद गुप्ता स्व0 शिवनाथ गुप्ता से 10 टन पराली रु015000 में शुभम बायो एनर्जी द्वारा क्रय किया गया । उपजिलाधिकारी ने कृषकों से पराली को नहीं जलाने का अनुरोध किया। उन्होंने कहा कि किसान पराली का विक्रय करके अपनी आय बढा सकते हैं। इस दौरान उप कृषि निदेशक विकेश पटेल सहित विभिन्न अधिकारी मौजूद थे।
पराली जलाने पर लगा ढाई हजार का जुर्माना
एसडीएम भाटपाररानी संजीव उपाध्याय ने बताया कि ग्राम बेलही में अवधेश पांडेय पुत्र रामदेव द्वारा पराली जलाई गई थी, जिसे कानूनगो अश्वनी श्रीवास्तव के नेतृत्व में टीम भेजकर स्थानीय ग्रामवासियों की मदद से बुझा दिया गया| पराली जलाने वाले व्यक्ति से 2500 रूपये जुर्माना वसूला गया।