देवरिया: जिला विकास समन्वय एवं निगरानी समिति (दिशा) की बैठक देवरिया के विकास भवन स्थित गांधी सभागार में संपन्न हुई। बैठक की अध्यक्षता सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने की, जबकि सह-अध्यक्षता सलेमपुर सांसद रमाशंकर राजभर ने की। इस बैठक में ग्राम्य विकास राज्य मंत्री श्रीमती विजय लक्ष्मी गौतम, जिला पंचायत अध्यक्ष पंडित गिरीश चंद तिवारी, विभिन्न विधायकों, जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों ने हिस्सा लिया। बैठक में जनपद के विकास कार्यों को लेकर व्यापक विचार-विमर्श किया गया।

जनप्रतिनिधियों ने उठाए विभिन्न मुद्दे
बैठक के दौरान सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि जब भी कोई जनप्रतिनिधि किसी समस्या को लेकर आए, तो उसे गंभीरता से लिया जाए और त्वरित कार्रवाई सुनिश्चित की जाए। उन्होंने स्वास्थ्य, शिक्षा, बुनियादी सुविधाओं में सुधार की आवश्यकता पर बल दिया।
सलेमपुर सांसद रमाशंकर राजभर ने मौर्या एक्सप्रेस ट्रेन के बनकटा स्टेशन पर ठहराव एवं वहां पेयजल सुविधा की मांग रखी। वहीं, ग्राम्य विकास राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने खेमादेई में ग्राम पंचायत भवन के निर्माण का मुद्दा उठाया।
बरहज विधायक दीपक मिश्रा शाका ने घाघरा और राप्ती नदी में नाव संचालन, क्रय केंद्रों पर खरीद प्रक्रिया में पारदर्शिता और करुअना-मगहरा मार्ग के निर्माण में देरी का विषय रखा। रुद्रपुर विधायक जयप्रकाश निषाद ने स्वयं सहायता समूहों द्वारा अवैध धन उगाही पर नियंत्रण की मांग की।

एमएलसी देवेंद्र प्रताप सिंह ने धान खरीद में किसानों के लंबित भुगतान का मुद्दा उठाया, जिस पर एक सप्ताह में भुगतान के निर्देश दिए गए। उन्होंने बायो मेडिकल वेस्ट के निस्तारण पर सतत निगरानी की जरूरत बताई।
सदर विधायक शलभ मणि त्रिपाठी ने स्टेशन रोड पर मांस-मछली की दुकानों के अनियंत्रित संचालन की समस्या उठाई, जिस पर जिलाधिकारी ने बताया कि इसके लिए उपयुक्त स्थान चिन्हित कर लिया गया है। भाटपाररानी विधायक सभाकुंवर कुशवाहा ने जर्जर सड़कों की मरम्मत, जबकि रामपुर कारखाना विधायक सुरेंद्र चौरसिया ने स्वास्थ्य सुविधाओं को सुदृढ़ करने की आवश्यकता जताई।
विकास से जुड़े मुद्दों पर चर्चा
बैठक में कूड़ा डंपिंग, विद्यालयों की चारदीवारी निर्माण, क्षतिग्रस्त सड़कों की मरम्मत, जल जीवन मिशन के अधूरे कार्य, एनआरएलएम समूह गठन, वृद्धावस्था पेंशन, शौचालय निर्माण सहित अन्य विकास योजनाओं पर विस्तृत चर्चा की गई।
जिलाधिकारी दिव्या मित्तल ने कहा कि दिशा की बैठक का मुख्य उद्देश्य जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों के सहयोग से जिले के विकास की रूपरेखा तैयार करना है। उन्होंने आश्वासन दिया कि बैठक में प्राप्त सुझावों की समीक्षा कर योजनाओं को पारदर्शिता और समयबद्धता के साथ क्रियान्वित किया जाएगा।
‘प्रोजेक्ट अमृत प्रयास’ से होगा समग्र विकास
बैठक के बाद सदर सांसद शशांक मणि त्रिपाठी ने बताया कि देवरिया के समग्र विकास के लिए ‘प्रोजेक्ट अमृत प्रयास’ के तहत 10 वर्षीय रणनीति तैयार की गई है। यह कोई अल्पकालिक योजना नहीं है, बल्कि इसे चरणबद्ध तरीके से लागू किया जाएगा। इस रणनीति को प्रधानमंत्री एवं मुख्यमंत्री द्वारा निर्धारित लक्ष्यों के अनुरूप तैयार किया गया है।
बैठक में इस प्रोजेक्ट का विस्तृत प्रेजेंटेशन अंतरा द्वारा प्रस्तुत किया गया, जिसमें जनप्रतिनिधियों और अधिकारियों को विकास योजनाओं की रूपरेखा से अवगत कराया गया। इसके बाद कृषि कंपनी के फाउंडर श्याम सुंदर ने वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से कृषि क्षेत्र में संभावनाओं और नवाचारों पर चर्चा की, जिससे किसानों की आय बढ़ाने पर जोर दिया गया।
उपस्थित गणमान्य
बैठक में नगर पालिका देवरिया अध्यक्ष अलका सिंह, नगर पालिका बरहज अध्यक्ष श्वेता जायसवाल, पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर, सीडीओ प्रत्यूष पांडेय, एमएलसी प्रतिनिधि राजू मणि, अवधेश सिंह, सीएमओ डॉ. राजेश झा, अधिशासी अभियंता पीडब्ल्यूडी, अधीक्षण अभियंता विद्युत सहित अन्य अधिकारी एवं क्षेत्र पंचायत प्रमुख उपस्थित रहे।