उत्तर प्रदेश शासन के निर्देशानुसार प्रत्येक माह के तीसरे बुधवार को आयोजित किसान दिवस आज जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह की अध्यक्षता में विकास भवन के गांधी सभागार में किया गया।
जिलाधिकारी ने किसान दिवस की बैठक में कृषकों को बताया कि जनपद में मुख्य रूप से धान, गेहू एवं गन्ना का उत्पादन करते हैं।
गन्ना उत्पादन करने वाले कृषक गन्ना की बुवाई ट्रेंच विधि से बुवाई करें तो अधिक उत्पादन हो सकता है। किसान कृषक उत्पादक संगठन (एफ०पी०ओ०) बनाकर खांडसारी की यूनिट लगायें और गुड़ का उत्पादन करें तो सुगर मिलों पर निर्भर नहीं रहना पड़ेगा। अप्रैल माह में धान की कटाई के उपरान्त गीष्मकालीन मक्का की बुवाई करे और फसल कटाई के बाद 03 माह तक स्टोर करके रख दें तो उस समय बिक्री करने पर कृषक अच्छा लाभ कमा सकते है। कृषक एफ०पी०ओ० का गठन करके वैज्ञानिक विधि से खेती करें और अपनी लागत को कम करें तभी आय में वृद्धि हो सकती है। बैठक में कृषकों द्वारा कहा गया कि खेतों तक विद्युत पोल लगवाये जिससे फसलों सिंचाई में आसानी हो सके जिस पर जिलाधिकारी द्वारा कहा गया कि जहां तक संभव है वहीं पर विद्युत पोल लग सकता है और जहां नहीं सभव है वहां पर कृषक पीएम कुसुम योजना के अन्तर्गत सोलर पम्प लगवा कर सिंचाई करें। कौशलेश नाथ मिश्र ने बताया कि खेतों में पावर टिलर नहीं चल पा रहा है जिस पर जिलाधिकारी ने उप कृषि निदेशक को निर्देशित किया कि वे पावर टिलर बेचने वाले डीलर को बुलाकर संबंधित किसान के यहां लाइव डेमो कराया जाय। किसान सागौन के पेड़ की जगह मालवा नीम का पौधा लगायें। इससे कम समय में सागौन के पेड़ के बराबर लाभ मिल सकता है। इसी प्रकार से किसानो को भीमा बांस की प्रजाति की खेती करने के सलाह दी गयी। इसके लिए नदी, नालों के किनारे रहने वाले क्षेत्रों के किसान भाई फ०पी०ओ० बनाकर भीमा बास की खेती कर अधिक लाभ प्राप्त कर सकते हैं। इसके अतिरिक्त किसान को ब्लू बेरी की खेती करने से होने वाले लाभ के बारे में जानकारी दी गयी। साथ ही किसानो से अनुरोध किया गया कि किसान भाई इस बैठक में नई-नई तकनीकों पर चर्चा करें एवं वैज्ञानिक विधि से खेती करें। यदि किसी किसान को कोई समस्या हो तो वो अलग से लिखित रूप से समस्या उपलब्ध करायें, उनका समाधान तत्काल कराया जायेगा।
उप कृषि निदेशक, देवरिया ने गत माह आयोजित किसान दिवस की बैठक में उठाई गयी समस्याओ का समाधान कराते हुए अनुपालन आख्या से उपस्थित कृषिको को अवगत कराया गया तथा सभी उपस्थित अधिकारियों से अनुरोध किया गया कि अपने-अपने विभाग में संचालित योजनाओं / कार्यक्रमों की जानकारी उपस्थित कृषकों को बतायें जिससे कृषक लाभान्वित हो सके। जिसके क्रम में विभागवार जानकारी दी गयी
जिला कृषि अधिकारी ने कृषि विभाग की योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के अन्तर्गत खरीफ फसल में अब तक कुल 28000 किसानों को फसल बीमा कराया गया है। जनपद में उर्वरको की उपलब्धता के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि यूरिया 37000 मी0टन उपलब्ध है। यदि जनपद में कोई भी उर्वरक विक्रेता अधिक दाम पर बिक्री करता है तो उसकी शिकायत करें तो जांच कराकर उचित कार्यवाही की जायेगी। जिला कृषि रक्षा अधिकारी ने बताया कि कृषि रक्षा इकाई में विभिन्न पारस्विकीय कीट रोग नियंत्रण की योजना संचालित है जिसके अन्तर्गत विभिन्न प्रकार के कृषि रक्षा रसायनों पर 50 प्रतिशत का अनुदान देय है। अभी कुछ दवायें उपलब्ध नहीं है जिसके लिए कृषि निदेशालय से मांग किया गया है शीघ्र ही जेम पोर्टल से खरीदारी कर जनपद को उपलब्ध कराया जायेगा।
सहायक अभियन्ता, लघु सिंचाई ने बताया कि इस समय विभाग में बोरिंग पर अनुदान दिया जा रहा है जिसके अन्तर्गत 01 हे क्षेत्रफल से कम क्षेत्र वाले सीमान्त कृषक 70 प्रतिशत, 01 से 02 हे0 क्षेत्रफल वाले लघु किसान को 50 प्रतिशत एवं अनुसूचित जाति के किसानों को 90 प्रतिशत अनुदान की सुविधा उपलब्ध है जिसके लिए किसान भाई अपने विकास खण्ड के बोरिंग टेक्नीशियन से मिलकर ऑनलाईन करा सकते हैं। इसी तरह से पम्पसेट पर भी अनुदान देय है जिसके लिए किसान भाईयों को विभागीय वेबसाईट miuponline.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन करना होगा विभाग में लक्ष्य की उपलब्धता के अधार पर अनुदान दिया जायेगा।
जिला समन्वयक एग्रीकल्चर इन्श्योरेंश कम्पनी लिमिटेड, देवरिया ने बताया कि सभी बीमित कृषकों को प्राकृतिक आपदाओं से नष्ट होने वाली फसल पर सर्वे रिपोर्ट के आधार पर क्षतिपूर्ति का लाभ दिया जायेगा। साथ ही कृषकों को बताया गया फसल बीमा कम्पनी का कार्यालय साकेत नगर मे खोला गया है।
मुख्य पशुचिकित्साधिकारी ने किसान दिवस की बैठक में विभागीय योजनाओं की जानकारी देते हुए बताया कि जनपद में इस बकरी पालन पर 50 प्रतिशत का अनुदान देय हैं जिसके अन्तर्गत 100 से 500 बकरी रख कर शुरू कर सकते हैं। इस परियोजना में कुल 20 लाख की लागत आयेगी जिसमें 10 लाख का अनुदान देय हैं तथा 02 लाख रू0 कृषक अंश के रूप में लगाना होगा। इसके लिए इच्छुक कृषक किसी भी उद्यमिता पोर्टल पर जन सेवा केन्द्र / स्वयं से आन लाइन आवेदन कर सकते हैं।
इसके अलावा कृषक कुक्कुट पालन, साईलेज मेकिंग एवं राशन बनाने की मशीन पर 50 प्रतिशत का अनुदान देय है।
अंत में समस्त उपस्थित अधिकारियों एवं किसान बन्धुओं का आभार व्यक्त करते हुए बैठक का समापन किया गया।
किसान दिवस की बैठक में रवीन्द्र कुमार, मुख्य विकास अधिकारी, देवरिया राजेश कुमार सिंह, उप कृषि निदेशक, जिला उद्यान अधिकारी प्रभारी कार्यकारी अधिकारी मत्स्य अधिशासी अभियन्ता, नहर, अधिशासी अभियंता, नलकूप, अधिशासी अभियन्ता, विद्युत अग्रणी जिला प्रबन्धक देवरिया जिला समन्वयक, एग्रीकल्चर इन्श्योरेंश कम्पनी लि0 सहायक अभियन्ता, लघु सिंचाई प्रभारी उप क्षेत्रीय विपणन अधिकारी, मुख्य पशु चिकित्साधिकारी आदि विभागों के अधिकारी गण एवं राघवेन्द्र प्रताप शाही, भा०कि०यू० कुंवर राणा प्रताप सिंह, ना० कि०यू० कौशलेश नाथ मिश्रा, मा०कि०यू० अतुल कुमार मिश्रा, बड़े शाही, जिला अध्यक्ष, मा० कि०यू० धनन्जय सिंह, जिला महासचिव, ना० कि०यू० व अन्य कृषक गण किसान दिवस में उपस्थित थे।