जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने आज बंजरिया से प्रगतिशील पशुपालक सलाहुद्दीन खान के एसआरके बरबरी बकरी पालन एवं प्रशिक्षण केंद्र का निरीक्षण किया। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने कहा कि एफपीओ के माध्यम से बकरीपालन को प्रोत्साहन दिया जाएगा। जनपद में कई प्रगतिशील पशुपालक बकरीपालन के जरिये कामयाबी की नई इबारत लिख रहे हैं। बकरीपालन आधारित एफपीओ का गठन कर अधिक से अधिक युवाओं को इससे जोड़ा जाएगा।
प्रगतिशील पशुपालक सलाहुद्दीन खान ने बताया कि विगत छह वर्षों से वे बकरीपालन से जुड़े हैं। इससे पूर्व उन्होंने एनआईटी जयपुर से इलेक्ट्रिकल इंजीनियरिंग की डिग्री हासिल की और वर्ष 2017 तक रूरल इलेक्ट्रिफिकेशन से जुड़ी निजी कंपनी में नौकरी की। सलाहुद्दीन ने बताया कि राजस्थान के ग्रामीण क्षेत्रों में विद्युतीकरण से जुड़े कार्य के दौरान देखा कि किस प्रकार वहां ग्रामीण क्षेत्रों के लोग बकरी पालन कर समृद्ध हो रहे हैं। उन्हें वहीं से बकरी पालन की प्रेरणा मिली। इसके बाद उन्होंने निजी क्षेत्र की नौकरी छोड़ी और बंजरिया में लगभग एक बीघा भूमि पर दस बकरियों के साथ बकरीपालन शुरूआत की। लगभग छह वर्ष बाद उनके बकरीपालन केंद्र में 300 से अधिक बकरियां हैं और वे 15 लाख रुपये प्रतिवर्ष से अधिक शुद्ध आय प्राप्त कर रहे हैं।
सलाहुद्दीन ने जिलाधिकारी को बताया कि उनके केंद्र पर गुजरी, कोटा, बरबरी, कश्मीरी, सोजत, जमुनापारी, ब्लैक बंगाल सहित विभिन्न प्रजाति की 300 से अधिक बकरियां हैं। उनके केंद्र से बकरियों की सप्लाई पड़ोसी राज्यों में भी की जाती है।
जिलाधिकारी ने सलाहुद्दीन की हौसले की प्रशंसा की और अपने अनुभव एवं बकरीपालन से जुड़े कौशल को एफपीओ के माध्यम से जनपद के युवाओं के साथ साझा करने के लिए कहा। उन्होंने कहा कि सलाहुद्दीन युवाओं के लिए रोल मॉडल हैं। जनपद के युवाओं को उनसे प्रेरणा लेनी चाहिए। जिलाधिकारी ने सलाउद्दीन को ‘गोट चीज’ सयंत्र स्थापित करने के लिए प्रेरित किया और उन्हें हर संभव सहयोग के लिए आश्वस्त किया।