Deoria News: देवरिया हत्याकांड रुद्रपुर में आज है कि दिन 6 लोगों की हुई थी मौत आज क्या है मंजर

2 अक्टूबर 2023 को उत्तर प्रदेश के देवरिया जिले में हुई जघन्य हत्या की घटना ने पूरे राज्य को हिला कर रख दिया था। इस घटना में दो परिवारों की खुशियां छीन ली गईं जब 6 लोगों की निर्मम हत्या कर दी गई। इसमें जमीन विवाद मुख्य कारण माना गया। प्रमुख सचिव और एडीजी ने तुरंत घटना स्थल का दौरा किया था। इस घटना ने सियासी माहौल को भी गरमा दिया, जिसमें विपक्ष के नेता अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार पर निशाना साधा था, प्रशासनिक विफलता का आरोप लगाया और पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग की थी।

घटना की पृष्ठभूमि

देवरिया जिले के गांव में जमीन को लेकर पहले से विवाद चल रहा था, जो 2 अक्टूबर को खून-खराबे में बदल गया। दो परिवारों के बीच पुरानी दुश्मनी ने भयानक रूप धारण कर लिया और इस विवाद में निर्दोष लोगों को अपनी जान गंवानी पड़ी। घटना स्थल पर खून और लाशें बिखरी पड़ी थीं, जिसने स्थानीय लोगों और प्रशासन को सन्न कर दिया। इस घटना ने पूरे राज्य में एक बड़ी बहस छेड़ दी थी।

प्रशासन की कार्रवाई

घटना की गंभीरता को देखते हुए, राज्य सरकार ने प्रमुख सचिव और एडीजी को तत्काल घटना स्थल पर भेजा। जांच के दौरान पाया गया कि यह मामला लंबे समय से चल रहे विवाद का परिणाम था, जिसमें प्रशासन की भूमिका पर सवाल उठे। घटना के बाद, स्थानीय पुलिस की कार्यप्रणाली पर भी प्रश्नचिह्न लगाए गए थे, क्योंकि अगर समय पर हस्तक्षेप किया जाता, तो शायद इस तरह की दर्दनाक घटना को टाला जा सकता था।

राजनीतिक बयानबाजी

इस घटना के बाद विपक्ष ने राज्य सरकार पर जमकर हमला बोला। समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इस हत्याकांड को योगी सरकार की नाकामी करार दिया। उन्होंने मुख्यमंत्री पर आरोप लगाया कि प्रदेश में कानून व्यवस्था पूरी तरह से चरमरा गई है। उन्होंने कहा कि सरकार सिर्फ भाषणबाजी में व्यस्त है, जबकि जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां करती है। उन्होंने पीड़ित परिवारों को न्याय दिलाने की मांग करते हुए सरकार से त्वरित और कड़ी कार्रवाई की अपील की थी।

एक साल बाद की स्थिति

अब घटना को एक साल बीत चुका है, लेकिन पीड़ित परिवारों के दिलों में वो जख्म अभी भी ताजे हैं। परिवार आज भी न्याय की उम्मीद लगाए बैठे हैं। प्रशासनिक जांच के बाद कुछ दोषियों की गिरफ्तारी तो हुई, लेकिन पूरी तरह से न्याय नहीं मिला है। इस हत्याकांड ने देवरिया जिले के साथ-साथ पूरे उत्तर प्रदेश में सुरक्षा और कानून व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए थे।

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