शासन के निर्देश के एवं जिलाधिकारी जितेंद्र प्रताप सिंह के मार्ग निर्देशन में आजादी के 75वें वर्षगाठ के अवसर पर आजादी के अमृत महोत्सव कार्यक्रम के अन्तर्गत आज टाउन हॉल ऑडिटोरियम में संस्कृति विभाग द्वारा आयोजित सांस्कृतिक प्रतिभा खोज कार्यक्रम के तहत जनपद के 25 कलाकारो ने प्रतिभाग किया। कार्यक्रम का शुभारम्भ अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) नागेंद्र कुमार सिंह एवं जिला सूचना अधिकारी शांतनु कुमार श्रीवास्तव ने दीप प्रज्जवलित कर किया।
इस अवसर पर अपर जिलाधिकारी (वि0/रा0) ने कहा कि जनपद लोककला की दृष्टि से अत्यंत समृद्ध है। जिस प्रकार की सांस्कृतिक प्रस्तुतियां हुईं हैं, उससे सिद्ध होता है कि यहां के कलाकार लोक संस्कृति के परिरक्षण के साथ ही जनपद के नाम भी दुनिया में रोशन करेंगे। उन्होंने कहा कि आजादी का अमृत महोत्सव पूरे देश में मनाया जा रहा हैं, जिसके अन्तर्गत विभिन्न विभागो के द्वारा संचालित कार्यक्रमो, योजनाओ को जनता तक पहुॅचाने का कार्य किया जा रहा हैं। इसी क्रम में संस्कृति विभाग द्वारा जनपद में सांस्कृतिक प्रतिभा खोज का आयोजन किया गया है। यहां प्रदर्शन के आधार पर लोकनृृत्य, लोकगायन, वादन आदि विधाओ के कलाकारो का चयन कर सांस्कृति विभाग को भेजा जायेगा। जिससे जहाॅ उन्हे एक बड़ा मंच सांस्कृतिक कार्यक्रम के लिये उपलब्ध हो सकेगा वही जनपद की लोकविधा भी कलाकारो के माध्यम से प्रदेश व देश के कोने-कोने में पहुॅचेगा। कलाकारों को क्यूआर कोड आधारित परिचय पत्र भी उपलब्ध कराया जाएगा।
कार्यक्रम के दौरान विजेंद्र सिंह ने अपने झूमर गीत के माध्यम से उपस्थित लोगों का मन मोह लिया दरोगा शर्मा एंड पार्टी द्वारा प्रस्तुत फरुआही लोकनृत्य ने लोक संस्कृति की समृद्धता से रूबरू कराया। शरद तिवारी द्वारा कजरी की प्रस्तुति दी गई। हीरा लाल गुप्ता तथा करन मिश्रा ने भजन की प्रस्तुति दी गई।बलराम संगम, पिंटू कुमार चौहान,सलोनी विश्वकर्मा,स्वेता विश्वकर्मा,धीरज लाल यादव धर्मवीर उजाला,दीपू दीवाना,मृतुन्जय लाल यादव, निजामुद्दीन, माया भारती, मनोज तिवारी,साहिल सहित विभिन्न कलाकारों ने अपनी प्रस्तुति दी।
जिला सूचना अधिकारी ने कार्यक्रम की विस्तृत जानकारी देते हुये बताया कि सांस्कृतिक प्रतिभा खोज के आयोजन के तहत लोक गायन, लोकनृत्य, लोकवादन, आदिवासी नृत्य, लोकनाट्य, रामलीला, भजन कीर्तन आदि विधाओ के प्रतिभाओ का खोज सांस्कृति विभाग द्वारा किया गया है। जिसमें आज 25 लोक कलाकारो के द्वारा अपनी प्रस्तुति दी गयी। आयोजन में भाग लेने वाले कलाकारों को संस्कृति विभाग उत्तर प्रदेश की ई-डायरेक्ट्री में पंजीकृत किया जायेगा तथा उनको क्यू-आर कोड बेस्ड पहचान पत्र उपलब्ध कराया जायेगा। समस्त कलाकारों को पंजीकरण के आधार पर ही उन्हें आगामी कार्यक्रमों व सरकारी आयोजनों में प्रस्तुति का अवसर प्रदान किया जायेगा।
कार्यक्रम में डॉ.ध्रुव कुमार वर्मा, डॉ चंद्रभूषण सिंह, डॉ भावना सिन्हा एवं चन्देश्वर परवाना ने निर्णायक मंडल की भूमिका निभाई। मंच का संचालन मंजू पांडेय ने किया।
इसके अतिरिक्त कार्यक्रम में सूचना विभाग से सोनू कुमार, प्रिंस मिश्र, अनिरुद्ध प्रसाद, अनिल मिश्र, मिठाई लाल, रमापति यादव सहित समस्त प्रतिभागी दल आदि उपस्थित रहे।