मध्य प्रदेश के श्योपुर जिले में एक गंभीर नाव दुर्घटना में 7 लोगों की जान चली गई जबकि 4 लोग बच गए। यह हादसा शनिवार को हुआ जब 11 यात्रियों से भरी नाव तेज आंधी के कारण सीप नदी में पलट गई। प्रशासन ने घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि मृतकों में 25 वर्षीय परशुराम, 16 वर्षीय आरती, 15 वर्षीय लाली, 4 वर्षीय भूपेंद्र, 10 वर्षीय श्याम, 8 वर्षीय रविंद्र और 23 वर्षीय परवंता शामिल हैं। हादसे की सूचना मिलते ही प्रशासन और एसडीआरएफ की टीम ने मौके पर पहुंचकर राहत और बचाव कार्य शुरू किया।

घटना का विवरण
घटना के अनुसार, श्योपुर जिले के विजरापुर गांव के 11 लोग प्रसादी कार्यक्रम में शामिल होने के बाद सरोदा गांव जा रहे थे। नाव सीप नदी पार कर रही थी कि अचानक तेज आंधी आई और नाव अनियंत्रित होकर पलट गई। नाव में सवार 4 लोग किसी तरह तैरकर बाहर निकल आए और अपनी जान बचाई। शेष 7 लोग, जिनमें तीन बच्चे शामिल थे, डूब गए।
प्रशासन की प्रतिक्रिया
श्योपुर कलेक्टर लोकेश कुमार जांगिड़ ने बताया कि सरोदा गांव में अचानक आए तूफान के कारण सीप नदी में भंवर बन गया और नाव पलट गई। प्रशासन ने तुरंत राहत और बचाव कार्य शुरू किया और मृतकों के शव बरामद कर लिए। घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया गया है और उनका इलाज चल रहा है। प्रशासन ने मृतकों के परिवारों को हर संभव मदद का आश्वासन दिया है।
मुख्यमंत्री की प्रतिक्रिया
मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने इस घटना पर गहरा दुख व्यक्त किया है। उन्होंने मृतकों के परिवारों के प्रति संवेदना प्रकट की और प्रशासन को निर्देश दिए कि हादसे के पीड़ितों को तुरंत सहायता प्रदान की जाए। मुख्यमंत्री ने कहा कि इस दुखद घटना की जांच की जाएगी और भविष्य में ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे।
सामाजिक और प्रशासनिक पहलू
यह घटना न केवल प्रशासनिक व्यवस्था पर सवाल खड़े करती है बल्कि यह भी दिखाती है कि प्राकृतिक आपदाओं के समय किस तरह की तैयारी होनी चाहिए। नदी पार करने के दौरान सुरक्षा के मानकों का पालन करना और नाविकों को उचित प्रशिक्षण देना आवश्यक है। प्रशासन को चाहिए कि वे ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए नियमित निरीक्षण और सुरक्षा मानकों का पालन सुनिश्चित करें।