नीम करोली बाबा के आश्रम में वार्षिक मेले का भव्य आयोजन: देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं की उमड़ी भीड़

उत्तराखंड के नैनीताल जिले में स्थित प्रसिद्ध नीम करोली बाबा के कांची धाम (कैंची धाम) आश्रम में इस वर्ष का वार्षिक मेला धूमधाम और श्रद्धा के साथ मनाया गया। इस भव्य आयोजन में देश-विदेश से हजारों श्रद्धालुओं ने भाग लिया और बाबा के प्रति अपनी अटूट आस्था और भक्ति को प्रकट किया।

उद्घाटन और प्रारंभिक अनुष्ठान

मेले का उद्घाटन नीम करोली बाबा के प्रमुख शिष्य द्वारा किया गया। उद्घाटन समारोह में धार्मिक अनुष्ठानों का आयोजन किया गया, जिसमें भक्तों ने मंत्रोच्चार और भजन-कीर्तन के माध्यम से बाबा को श्रद्धांजलि अर्पित की। भक्ति संगीत की मधुर ध्वनियों से आश्रम परिसर गूंज उठा और उपस्थित श्रद्धालुओं ने उसमें मंत्रमुग्ध होकर भाग लिया।

बाबा के चमत्कार और शिक्षाओं पर चर्चा

मेले के दौरान बाबा के अनुयायियों ने उनके चमत्कारों और शिक्षाओं पर गहन चर्चा की। कई भक्तों ने अपनी निजी अनुभव साझा किए और बताया कि बाबा के आशीर्वाद से उनके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आए हैं। एक श्रद्धालु, रमेश शर्मा, ने बताया कि कैसे बाबा के आशीर्वाद से उनका कारोबार फलीभूत हुआ और वे आर्थिक संकट से उबर सके। इसी तरह, अन्य श्रद्धालुओं ने भी बाबा के प्रति अपनी श्रद्धा और विश्वास व्यक्त करते हुए उनके चमत्कारिक अनुभवों का वर्णन किया।

विशेष भंडारे का आयोजन

श्रद्धालुओं के लिए विशेष भंडारे का आयोजन किया गया, जिसमें सभी को प्रसाद वितरित किया गया। भंडारे में स्थानीय ग्रामीणों और अन्य क्षेत्रों से आए भक्तों ने सेवा का कार्य किया। भंडारे में सादगी और समर्पण की भावना स्पष्ट दिखाई दी, जहां सभी भक्त एक साथ बैठकर भोजन ग्रहण करते दिखे। भंडारे में सेवा करने वाले एक स्वयंसेवक ने कहा, “यह हमारे लिए सौभाग्य की बात है कि हम बाबा के भक्तों की सेवा कर पा रहे हैं। यह हमें आंतरिक संतोष और शांति प्रदान करता है।”

श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा

कैंची धाम आश्रम के प्रबंधक ने बताया कि इस वर्ष मेले में श्रद्धालुओं की संख्या में उल्लेखनीय वृद्धि हुई है। उन्होंने बताया कि आश्रम में आने वाले भक्तों की सुविधा और सुरक्षा के लिए विशेष इंतजाम किए गए थे। आश्रम परिसर और आसपास के क्षेत्रों में सुरक्षा बलों की तैनाती की गई थी ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके। इसके अलावा, चिकित्सा सुविधा और प्राथमिक चिकित्सा केंद्र भी स्थापित किए गए थे ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित सहायता प्रदान की जा सके।

आश्रम की विशेष सजावट

आश्रम परिसर और उसके आसपास के क्षेत्रों में विशेष सजावट की गई थी। रंग-बिरंगी रोशनी और फूलों की मालाओं से सजे द्वार और रास्ते, श्रद्धालुओं के स्वागत के लिए तैयार थे। मेले के दौरान विभिन्न धार्मिक स्थलों और मूर्तियों की भी विशेष पूजा-अर्चना की गई।

श्रद्धालुओं की आस्था और बाबा के प्रति भक्ति

इस अवसर पर उपस्थित श्रद्धालुओं ने बाबा के प्रति अपनी आस्था और भक्ति को प्रकट किया। कई श्रद्धालुओं ने बताया कि बाबा के आशीर्वाद से उनके जीवन में अद्भुत परिवर्तन आए हैं और वे उनकी शिक्षाओं से प्रेरित होकर जीवन जीते हैं। बाबा के प्रति अटूट श्रद्धा रखने वाली एक भक्त, सीमा गुप्ता, ने कहा, “नीम करोली बाबा हमारे लिए केवल एक संत नहीं हैं, वे हमारे जीवन का आधार हैं। उनके आशीर्वाद से हमें जीवन में नई दिशा और प्रेरणा मिलती है।”

मेले का समापन और भविष्य की योजनाएँ

वार्षिक मेले का समापन विशेष आरती और प्रसाद वितरण के साथ हुआ। आश्रम के प्रबंधक ने धन्यवाद ज्ञापित किया और सभी श्रद्धालुओं को भविष्य में भी आश्रम में आने और बाबा के आशीर्वाद का अनुभव करने के लिए आमंत्रित किया। उन्होंने यह भी घोषणा की कि अगले वर्ष के मेले के लिए और भी भव्य तैयारियाँ की जाएंगी और श्रद्धालुओं के लिए अधिक सुविधाएं उपलब्ध कराई जाएंगी।

नीम करोली बाबा की स्मृति में हर साल यह मेला आयोजित किया जाता है, जो बाबा के अनुयायियों के लिए एक महत्वपूर्ण अवसर होता है। श्रद्धालुओं का मानना है कि बाबा का आशीर्वाद उन्हें सदैव प्राप्त होता है और वे उनकी शिक्षाओं पर चलकर जीवन में सफलता प्राप्त करते हैं।

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