गोरखपुर। इंटरनेट की दुनिया कब किसे किससे जोड़ दे, यह कहना मुश्किल है। ऐसा ही कुछ हुआ गोरखपुर के कैम्पियरगंज क्षेत्र के बसंतपुर भरपुरवा गांव निवासी रंजीत ठाकुर के साथ, जिनकी शादी इन दिनों क्षेत्र में चर्चा का विषय बनी हुई है। रंजीत की मुलाकात अमेरिका की रहने वाली वैलरी विगनेस से एक ऑनलाइन गेमिंग ऐप के जरिए हुई थी। दोनों की दोस्ती धीरे-धीरे प्यार में बदल गई और यह रिश्ता सात फेरों तक जा पहुंचा।

बताया जा रहा है कि रंजीत ठाकुर नेपाल में अपने माता-पिता के साथ अक्सर आता-जाता रहता है। रंजीत की अमेरिका के फ्रेसनो सिटी कैलिफोर्निया की निवासी वैलरी विगनेस से गेमिंग ऐप के जरिए जान-पहचान हुई। धीरे-धीरे दोनों में बातचीत बढ़ी और मोबाइल पर संवाद करते-करते दोनों एक-दूसरे के करीब आ गए। दोस्ती जब प्यार में बदली तो वैलरी ने रंजीत से मिलने का फैसला लिया और नेपाल आ गई।
नेपाल पहुंचने के बाद दोनों ने शादी करने का निर्णय लिया और फिर रंजीत ने वैलरी को अपने गांव गोरखपुर के कैम्पियरगंज क्षेत्र स्थित बसंतपुर भरपुरवा बुलाया। 17 जून को पूरे रीति-रिवाज के साथ दोनों की शादी हुई। शादी में बाकायदा कार्ड छपवाकर गांव और क्षेत्र के लोगों को निमंत्रण भेजा गया। शादी समारोह पूरी धूमधाम से हुआ और क्षेत्र में यह विवाह कौतूहल का विषय बन गया।
गांव में हुए इस अंतरराष्ट्रीय विवाह में बड़ी संख्या में लोग शामिल हुए और दोनों को आशीर्वाद दिया। शादी के बाद दंपति की तरह रहने लगे रंजीत और वैलरी ने वैवाहिक दस्तावेजों को वैधता दिलाने के लिए 19 जून को कैंपियरगंज तहसील पहुंचकर मैरिज रजिस्ट्रेशन कराने का प्रयास किया।
रंजीत अपनी पत्नी वैलरी को लेकर उप निबंधन कार्यालय पहुंचे, जहां अधिवक्ताओं से संपर्क किया। एक अधिवक्ता की मदद से वे रजिस्ट्रार राकेश कुमार के पास पहुंचे, लेकिन वहां दस्तावेजों की कमी के चलते रजिस्ट्रेशन नहीं हो सका। रजिस्ट्रार ने फाइल जांचने के बाद बताया कि विदेशी महिला होने के कारण कुछ आवश्यक दस्तावेजों की जरूरत है, जिनके बिना रजिस्ट्रेशन संभव नहीं है।
वैलरी ने बताया कि वह विधवा हैं और अपने माता-पिता की अनुमति से उन्होंने यह विवाह किया है। वहीं, रजिस्ट्रार राकेश कुमार ने बताया कि युवती विदेशी नागरिक हैं और धर्म भी अलग है, ऐसे में मैरिज रजिस्ट्रेशन के लिए पासपोर्ट, वीजा, स्थायी निवास प्रमाण-पत्र, व विवाह के दौरान ली गई तस्वीरें जैसे कुछ जरूरी दस्तावेजों की आवश्यकता होती है।
अभी दोनों दंपति गांव लौट गए हैं और अब आवश्यक दस्तावेज तैयार कर पुनः रजिस्ट्रेशन कराने आएंगे।
इस शादी को लेकर क्षेत्र में खूब चर्चा हो रही है। लोगों का कहना है कि टेक्नोलॉजी ने दूरियों को कैसे नजदीकियों में बदल दिया है, इसका यह बेहतरीन उदाहरण है। एक तरफ जहां गांव में विदेशी बहू के आने की खुशी है, वहीं लोग यह भी देख रहे हैं कि कैसे एक गेमिंग ऐप की दोस्ती सात फेरों तक पहुंच गई।