देवरिया: साइबर अपराधों के बढ़ते मामलों के बीच देवरिया पुलिस की साइबर क्राइम टीम ने एक महत्वपूर्ण सफलता हासिल की है। पुलिस अधीक्षक श्री विक्रान्त वीर के निर्देशन में साइबर थाना ने ठगी के शिकार एक पीड़ित के खाते में 68,000 रुपये की धनराशि वापस कराई है। यह घटना देवरिया जिले के मईल थाना क्षेत्र के कसिली गांव की रहने वाली पीड़िता सुमन देवी के साथ हुई थी, जिनके बैंक खाते से अज्ञात व्यक्ति द्वारा धोखाधड़ी कर यह राशि निकाल ली गई थी।

साइबर टीम की तत्परता से मिली राहत
पीड़िता सुमन देवी पत्नी ब्रजभूषण मिश्रा ने अपने साथ हुई ऑनलाइन ठगी की शिकायत साइबर थाना देवरिया में दर्ज कराई थी। शिकायत मिलते ही साइबर क्राइम पुलिस ने त्वरित कार्रवाई शुरू कर दी। जांच के क्रम में साइबर पुलिस की टीम ने बैंक अधिकारियों और संबंधित एजेंसियों से संपर्क कर फर्जी तरीके से ट्रांसफर की गई धनराशि को ट्रेस किया। आखिरकार, दिनांक 12 मार्च 2025 को 68,000 रुपये की संपूर्ण राशि पीड़िता के बैंक खाते में वापस करा दी गई।
देवरिया पुलिस की अपील: सतर्क रहें, जागरूक रहें
इस सफलता के बाद देवरिया पुलिस ने आम जनता से अपील की है कि वे ऑनलाइन ठगी से बचने के लिए सतर्क रहें। साइबर ठग आए दिन नए-नए तरीकों से लोगों को धोखा देने का प्रयास करते हैं। पुलिस ने नागरिकों को जागरूक करने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सुझाव भी दिए हैं:
- ओटीपी और पासवर्ड साझा न करें: बैंक खाते से संबंधित कोई भी ओटीपी, पासवर्ड या गोपनीय जानकारी किसी के साथ साझा न करें।
- लुभावने ऑफर्स से बचें: अनजान नंबरों से आए लुभावने ऑफर्स और लिंक पर क्लिक न करें, क्योंकि ये साइबर ठगी का हिस्सा हो सकते हैं।
- फिशिंग से बचाव: किसी भी संदिग्ध लिंक पर अपनी बैंक डिटेल्स न भरें।
- संदिग्ध कॉल्स से सतर्क रहें: बैंक अधिकारी बनकर आने वाली कॉल्स पर भरोसा न करें, बल्कि बैंक की आधिकारिक शाखा में जाकर पुष्टि करें।
- साइबर हेल्पलाइन नंबर पर करें शिकायत: किसी भी प्रकार की ऑनलाइन धोखाधड़ी होने पर तुरंत साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर शिकायत दर्ज कराएं।
देवरिया साइबर टीम की सराहनीय पहल
देवरिया साइबर क्राइम पुलिस की इस त्वरित कार्रवाई की स्थानीय लोगों ने प्रशंसा की है। पीड़िता सुमन देवी और उनके परिवार ने साइबर टीम को धन्यवाद दिया और कहा कि इस तरह की ठगी से निपटने के लिए पुलिस की मुस्तैदी बेहद सराहनीय है।
साइबर अपराध के बढ़ते मामलों को देखते हुए पुलिस प्रशासन लगातार लोगों को सतर्क कर रहा है और आम जनता से अपील कर रहा है कि वे किसी भी ऑनलाइन लेन-देन से पहले पूरी जांच-पड़ताल करें। साइबर टीम की इस सफलता से अन्य पीड़ितों को भी न्याय मिलने की उम्मीद बढ़ गई है।