जिलाधिकारी अखण्ड प्रताप सिंह एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने आज सम्पूर्ण समाधान दिवस के अवसर पर रुद्रपुर तहसील में जनसमस्याओं की सुनवाई की। कुल 19 प्रकरण आये जिसमें से 5 का समाधान हुआ। जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा द्वारा जनता की समस्याओं को गम्भीरता के साथ सुनने के उपरान्त विभागीय अधिकारियों के माध्यम से मौके पर ही उनका निराकरण करने के सम्बन्ध में अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिये गए।
जिलाधिकारी ने कहा कि जन समस्याओं का समयबद्ध एवं गुणवत्तापूर्ण निस्तारण शासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। यदि लेखपाल अपने हलके में नियमित रूप से भ्रमणशील रहें तो राजस्व से जुड़े अधिकांश प्रकरणों का त्वरित समाधान हो सकता है। लेखपाल यदि किसी प्रकरण के समाधान के लिए मौके पर जाते हैं तो समस्या का स्थायी हल दिखना चाहिए। विवाद की स्थिति में सभी पक्षकारों को समझाया जाए और यदि किसी प्रकरण में कानून व्यवस्था प्रभावित होने की संभावना हो तो जरूरत के मुताबिक लोगों को पाबंद भी किया जाए। डीएम ने समाधान दिवस पर नई पद्धति प्रारंभ की है जिसमें फरियादी के साथ संबंधित क्षेत्र का लेखपाल भी मौजूद रहता है।
इससे प्रकरण के विषय में सभी पक्षों की जानकारी मिल रही है। साथ ही अधिक शिकायत वाले ग्राम पंचायतों के लेखपाल भी चिन्हित हो रहे हैं। डीएम ने कहा कि संपूर्ण समाधान दिवस में आने वाली अधिकांश शिकायतें पैमाइश, पारिवारिक संपत्ति विवाद, खलिहान की भूमि पर अवैध कब्जे से जुड़ी होती है यदि लेखपाल अपने क्षेत्र में सक्रिय रहेंगे तो शिकायतों की संख्या में भी कमी आएगी । उन्होंने कहा कि यदि किसी लेखपाल के द्वारा अपने दायित्वों के निर्वहन में लापरवाही मिली तो सख्त कार्रवाई सुनिश्चित की जाएगी। उन्होंने कहा कि प्रयास यह हो कि कोई भी फरियादी अपनी समस्याओं को लेकर कही न भटके। उन्होंने कहा कि जिन शिकायतों का निस्तारण आज नहीं हो सका है उनका एक सप्ताह के अंदर शासन की मंशानुसार गुणवत्ता पूर्ण तरीके से निस्तारण हो जाना चाहिए। उन्होंने यह भी कहा कि जो समस्याएं जिस स्तर की हैं उनका समाधान उसी स्तर पर सुनिश्चित किया जाए।
पुलिस अधीक्षक संकल्प शर्मा ने पुलिस विभाग से जुडे मामलों की सुनवायी की व पुलिस विभाग के अधिकारियों एवं थानाध्यक्षो को प्राप्त सभी सन्दर्भाे का निस्तारण प्राथमिकता के साथ सुनिश्चित कराये जाने का निर्देश दिया।
तहसील रुद्रपुर में आयोजित सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 19 शिकायती प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिसमें से राजस्व विभाग के 13, पुलिस विभाग के 01, विकास विभाग के 01 तथा अन्य विभाग के 04 प्रार्थना पत्र प्राप्त हुए, जिनमें से 05 प्रार्थना पत्रों का निस्तारण मौके पर किया गया। अवशेष 14 प्रार्थना पत्रों को संबंधित विभाग को समाधान के निर्देश के साथ सौंपा गया।
सम्पूर्ण समाधान दिवस में विभिन्न विभागों के जनपद स्तरीय अधिकारी, खंड विकास अधिकारी एवं थानाध्यक्ष गण उपस्थित थे।