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देवरिया एन आर एल एम कर्मचारियों के कार्य बहिष्कार का 47वां दिन

उत्तर प्रदेश राष्ट्रीय आजीविका मिशन के कर्मचारी इन दिनों प्रदेश व्यापी हड़ताल पर चल रहे हैंl कार्य बहिष्कारी कर्मचारियों ने कहा के जिम्मेदार अधिकारी व जनप्रतिनिधि हमारी इस कार्य बहिष्कार पर ध्यान नहीं दे रहा हैl यह लोकतांत्रिक व्यवस्थाओं का हनन है, इस व्यवस्था को दूर करने में इन लोगों की अहम भूमिका हो रही है, हम लोकतांत्रिक प्रक्रिया से शांति तरीके से कार्य बहिष्कार कर रहे हैं बावजूद हमारी बातें शासन स्तर पर लंबित पड़ी हैl हम लोगों अनिश्चितकालीन कार्य बहिष्कार जारी रहेगाl
ज्ञात हो कि पूरे प्रदेश में इन बाहिस्कारी कर्मियों का दशहरा, दीपावली, गोवर्धन पूजा, भैया दूज सभी त्यौहार फीका रहाl जनपद देवरिया में 47वें दिन कार्य बहिष्कार कर रहे कर्मचारियों जिसमें जिला मिशन प्रबंधक, ब्लॉक मिशन प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, यंग प्रोफेशनल शामिल हैl बहिष्कार पर बैठे हुए समस्त कर्मचारियों ने अपने संबोधन में कहा कि आज हम लोग अपने पुरानी मांगो के समर्थन में कार्य बहिष्कार कर रहे है।भारत सरकार व उत्तर प्रदेश सरकार की महत्वाकांक्षी योजना को सुचारू रूप से चलाने के लिए हमारी मांग को पूरी करेंl राष्ट्रीय ग्रामीण आजीविका मिशन के अंतर्गत लाखों महिलाएं जुड़कर अपना जीविकोपार्जन चलाती हैं। इनको सहेजने के लिए, कार्यों को पूर्ण करने के लिए योजना को सफल क्रियान्वयन के लिए राज्य मिशन प्रबंधक, जिला मिशन प्रबंधक, ब्लॉक मिशन प्रबंधक, कंप्यूटर ऑपरेटर, यंग प्रोफेशनल्स वकलस्टर कोऑर्डिनेटर नियुक्त किए गए हैंi जिस को संचालित करते हैं। इस संचालन में मिशन निदेशक द्वारा इन कर्मचारियों को सीधा संविदा पर रखा गया था। संविदा पर रखने के साथ-साथ एचआर पॉलिसी लागू किया गया था। योजना को कुछ दिन चलने के बाद इन कर्मचारियों को आउटसोर्सिंग संविदा पर रखा गया। इन कर्मचारियों का कहना है कि आउटसोर्सिंग व्यवस्था समाप्त किया जाए और एचआर पॉलिसी लागू किया जाए। जिससे हम लोगों प्रतिवर्ष 7% सैलरी में इक्रीमेन्ट, बीमा लाभ, स्वास्थ्य लाभ सहित अनेकों पालिसिया हैं। जो इन कर्मचारियों को लाभ मिल सकता है। मिशन निदेशक महोदय द्वारा घोषित समूह सखी, बैंक सखी के मानदेय को वृद्धि किया जाए व दिया जाय। सीआरपीओ के लिए जो घोषणा किया गया है उसमें उसको पूरा किया जाय। इन कार्य बहिष्कार ई कर्मचारियों पर प्रशासन व शासन को दर्शक बनकर देख रहा हैl

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