उत्तर प्रदेश में एक बार फिर मौसम का मिजाज पूरी तरह से बदल गया है। बारिश, आंधी और वज्रपात के कारण लोगों को गर्मी से तो राहत मिली है, लेकिन साथ ही खतरे की भी स्थिति बन गई है। मौसम विभाग यानी IMD ने शनिवार को प्रदेश के 70 जिलों में तेज बारिश, वज्रपात और 50 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चलने की संभावना जताई है। इसको लेकर ऑरेंज और येलो अलर्ट भी जारी कर दिया गया है। विभाग ने कहा है कि अगले तीन दिनों तक यूपी के पूर्वी और पश्चिमी हिस्सों के कई जिलों में बादल छाए रहेंगे और बारिश की संभावना बनी रहेगी।

शनिवार को जिन जिलों में अलर्ट जारी किया गया है, उनमें लखनऊ, नोएडा, गाजियाबाद, सहारनपुर, शामली, मेरठ, बागपत, बिजनौर, अमरोहा, संभल, बदायूं, बरेली, आगरा, मथुरा, फिरोजाबाद, ललितपुर, झांसी, हमीरपुर, बांदा, रामपुर, हरदोई, उन्नाव, सीतापुर, कानपुर, रायबरेली, लखीमपुर खीरी, गोंडा, अयोध्या, श्रावस्ती, बहराइच, अंबेडकर नगर, बलिया, मऊ, देवरिया, गोरखपुर, आजमगढ़, महराजगंज, कुशीनगर, बलरामपुर, कन्नौज और सिद्धार्थनगर शामिल हैं। इन जिलों में गरज-चमक के साथ बारिश और बिजली गिरने की संभावना है।
बीएचयू के मौसम वैज्ञानिक प्रोफेसर मनोज कुमार श्रीवास्तव के अनुसार, आने वाले तीन से चार दिनों तक प्रदेश में बादल छाए रहेंगे और कई जगहों पर हल्की से मध्यम बारिश हो सकती है। उन्होंने बताया कि जैसे ही बारिश थमेगी, उसके 24 घंटे बाद तापमान में अचानक 4 से 8 डिग्री सेल्सियस तक की बढ़ोत्तरी हो सकती है, जिससे उमस की स्थिति बन सकती है।
उधर, शुक्रवार को बांदा प्रदेश का सबसे गर्म जिला रहा, जहां अधिकतम तापमान 42.2 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। वहीं, लखीमपुर खीरी में सबसे कम न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया, जो कि मौसम में अचानक आए बदलाव को दर्शाता है।
इस मौसम परिवर्तन के बीच लोगों को सलाह दी जा रही है कि वे खुले स्थानों पर न जाएं, बिजली गिरने की संभावना वाले समय में सुरक्षित स्थानों पर रहें और मौसम विभाग की ओर से जारी निर्देशों का पालन करें। मौसम विभाग का यह भी कहना है कि अगले कुछ दिनों तक मौसम का यही मिजाज बना रह सकता है, इसलिए सतर्कता जरूरी है।