उत्तर प्रदेश में मौसम का कहर लगातार जारी है। मंगलवार रात से लेकर बुधवार तक हुई तेज बारिश और आसमान से गिरी बिजली ने कई जिलों में तबाही मचा दी। अलग-अलग जिलों से अब तक 10 लोगों की मौत और 13 से अधिक लोगों के झुलसने की खबर है। यह हादसे ग्रामीण इलाकों में ज्यादा हुए, जहां लोग खेतों में काम कर रहे थे या बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े थे। सबसे अधिक मौतें जौनपुर जिले में हुईं, जहां तीन लोगों ने अपनी जान गंवाई।
जौनपुर: तीन लोगों की मौत

जौनपुर जिले में बिजली गिरने से तीन लोगों की दर्दनाक मौत हुई। सुल्तानपुर गौर गांव में किशन (15) और अतुल (13) बारिश से बचने के लिए पेड़ के नीचे खड़े थे। अचानक गिरी आसमानी बिजली की चपेट में आने से दोनों की मौके पर ही मौत हो गई। वहीं नोनारी भुड़कुड़हा गांव में धान के खेत में खाद डाल रहे किसान बहादुर गौतम (50) की भी बिजली गिरने से मौत हो गई।
सोनभद्र: 13 वर्षीय बच्ची की मौत
सोनभद्र के म्योरपुर थाना क्षेत्र के काचन गांव में मंगलवार रात दिल दहलाने वाला हादसा हुआ। गांव के एक घर पर बिजली गिरने से 13 वर्षीय अंशिका की मौत हो गई। अचानक हुए इस हादसे से परिवार में कोहराम मच गया।
मिर्जापुर: महिला की मौत, पांच लोग झुलसे
मिर्जापुर के हलिया क्षेत्र में बुधवार दोपहर बड़ा हादसा हुआ। सुखरा बांध के पास जंगल से लकड़ी लेकर घर लौट रही 45 वर्षीय उर्मिला पर आसमान से बिजली गिर गई, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गई। वहीं, अहुगी कला गांव में गिरी बिजली से पांच लोग गंभीर रूप से झुलस गए। घायलों का उपचार अस्पताल में चल रहा है।
प्रयागराज: तीन मौतें
प्रयागराज में भी आसमानी बिजली ने तीन लोगों की जान ले ली। कोरांव तहसील के नेवढ़िया गांव में बकरी चराने गए महेश उर्फ बबलू (20) की मौत हो गई। करछना क्षेत्र में 16 वर्षीय अभिषेक पटेल पुत्र शिवा लाल पटेल बिजली गिरने से काल के गाल में समा गया। वहीं, मेजा थाना क्षेत्र के भैंया गांव में पशुपालक फूलचंद्र पाल (62) की भी मौत हो गई।
सुल्तानपुर और अमेठी: दीवार गिरने से दो की मौत
अवध क्षेत्र में बारिश के दौरान घरों की दीवार गिरने से दो लोगों की जान गई। सुल्तानपुर जिले के कादीपुर खुर्द गांव में बारिश से कमजोर हो चुकी दीवार गिर गई। मलबे में दबकर 59 वर्षीय वृद्ध मंगरू की मौके पर ही मौत हो गई। इसी तरह अमेठी के इंदरिया गांव में बुधवार सुबह जगजीवन विश्वकर्मा का तीन वर्षीय पुत्र दिव्यांश कच्ची दीवार गिरने से दबकर दम तोड़ बैठा।
राज्य भर में दहशत और चिंता
लगातार हो रही बारिश और बिजली गिरने की घटनाओं से ग्रामीण क्षेत्रों में दहशत का माहौल है। खेतों में काम करने वाले किसान और पशुपालक सबसे अधिक खतरे में हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, बारिश के दौरान खुले मैदानों, पेड़ों और खंभों के नीचे खड़े होना बेहद खतरनाक साबित हो सकता है।
सरकार और प्रशासन की अपील
राज्य सरकार ने संबंधित जिलों के प्रशासन को प्रभावित परिवारों की मदद और घायलों के इलाज की व्यवस्था करने के निर्देश दिए हैं। मौसम विभाग ने अगले कुछ दिनों तक और बारिश व बिजली गिरने की संभावना जताई है। प्रशासन ने लोगों से सावधानी बरतने की अपील की है। ग्रामीणों को सलाह दी गई है कि बारिश के दौरान पेड़, बिजली के खंभे या खुले स्थानों पर खड़े न हों और सुरक्षित स्थानों पर शरण लें।
लगातार हो रही मौतों ने एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर कर दिया है कि प्राकृतिक आपदाओं के सामने इंसान कितना असहाय है। परिवार अपने अपनों को खोकर गमगीन हैं और गांवों में मातम का माहौल है।