उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य में ग्रामीणों से लूटने का एक नया तरीका अपना लिए है ठग अब ऑनलाइन नहीं घर में चोरी भी नहीं कर रहे हैं जेब से पैसा भी लेकर नहीं भाग रहे हैं लेकिन लाखों रुपए का ठगी, नई तरीके से कर रहे हैं आईए जानते हैं कैसे।
उत्तर प्रदेश और बिहार राज्य में ज्यादातर लोग मेहनत मजदूरी कर अपनी घर की रोजी रोटी चलाते हैं और अपने बच्चों का पालन पोषण करते हैं लेकिन ठग गिरोह ऐसे परिवार को टारगेट कर रहे हैं जो आसानी से झांसा में आ जा रहे हैं यह ठग गिरोह जोगी के भेष में गांव पहुंच रहे हैं और गांव में पहले ही यह पता लगा ले रहे हैं कि किसका बेटा भाई या लड़का कुछ वर्ष पहले लापता हो गया था और मृत्यु की पुष्टि नहीं हुई सारी जानकारी पता कर उस परिवार से जाकर संपर्क कर उनको यह बताते हैं कि हम हम आपके लड़के हैं जो कुछ दिन पहले यहां से गायब हो गए थे।
पहले से जानकारी एकत्रित किए गए इन ठगो के द्वारा परिवार को कुछ ऐसी बातें बताते हैं जैसे लगता है कि यह वही लड़का है जो पहले गायब हो गया था, अपनी बातों से परिवार वालों को झांसा में ले रहे हैं इसके बाद वह परिवार वालों को अपनी बातों में ऐसे लपेट ते हैं जैसे लगता है कि वह उनका बेटा या भाई है गांव के लोग यह सोचते हैं कि चलो बेसहारा परिवार का सहारा आ गया अब इसे गांव में ही रख लेते हैं और माता-पिता का यह सहारा बनेगा, जिस परिवार से मिलते हैं उसके परिवार वाले और गांव के लोग यह प्रयास करते हैं कि अब जोगी का भेष छोड़कर गांव में अपने परिवार के साथ रहे, यहां से शुरू करते हैं ठगी करने का सिलसिला।
गांव के लोग और परिवार वाले लोगों से यह कहते हैं कि अगर आप लोग यह चाहते हैं कि हम हमेशा के लिए अपने घर रहे तो आप लोगों को साधु संतों को भोज करने के लिए पैसा देना होगा उसके बाद हमारे गुरु जी आप लोगों के साथ रहने के लिए अनुमति देंगे तब हम आप लोगों के साथ रह पाएंगे ग्रामीण को या लगता है कि चलो पैसे देकर को गुरु जी से पिक्षा छुड़ाते हैं उसके बाद यह बेटा हमेशा अपने घर रहेगा माता-पिता का सेवा करेगा यहां तक की कुछ लोग अपने खेत भी बेच कर पैसा देते हैं, ठग किसी से फोन से बात करते हैं और पैसा क्या होगा इसके बारे में बात कर अपने झांसी में ले लेते हैं और भोले वाले लोग इन्हें पैसा दे भी देते हैं पैसा लेने के बाद यह ।
घर से अचानक लापता हो जाते हैं लापता होने के बाद इनका कुछ अता-पता नहीं चलता है कि यह कहां गए तब परिवार के लोगों को यह पता होता है कि उनके साथ ठगी हो गई है और ठगो का मोबाइल नंबर भी बंद हो जाता है जिन लोगों को यह लगता था कि उनका बेटा लौट कर आ गया है लेकिन वह लाखों रुपए के ठगी का शिकार होजाते है, ऐसा ही मामला उत्तर प्रदेश के मेरठ जनपद में देखने को मिला जहां जोगी गांव में पहुंचा और दिल्ली में गायब हुआ एक बेटे के परिवार से मिला और परिवार वालों से कहने लगा कि आपका बेटा हु में जो कुछ दिन पहले बिछड़ गया था लेकिन वह परिवार गरीब होने की वजह से पैसा नहीं दिया लेकिन उससे पहले ठग जोगी का पर्दाफाश हो गया वहां से वह फरार हो गया।
ऐसा ही मामला बिहार के दरभंगा में देखने को मिला है जहां एक मुस्लिम परिवार का बेटा दिल्ली जाते वक्त 2001 में लापता हो गया था ठग इस की जनकारी कर अचानक 2024 में जोगी बन परिवार से मिलकर बताने लगा कि मैं दिल्ली जा रहा था इसी बीच में लापता हो गया और मुझे जोगी के द्वारा पाल पोस कर बड़ा किया गया अब में जोगी बन गया हूं, परिवार वाले कहते काफी खुश हुए और जोगी पर घर रह ने का दबाव बनाने लगे फिर वह कहता है कि नहीं मुझे ₹200000 चाहिए मैं अपने गुरु जी को दे दूंगा उसके बाद वह हमें यहां रहने देंगे वह इस पैसे से साधु संतों को भोजन करवाएंगे दो-तीन दिन रहता है लेकिन गरीब परिवार होने की वजह से पैसे एकत्रित नहीं कर पाते हैं फिर वह ₹2000 लेकर फरार हो जाता है और वापस नहीं आता है तब परिवार को लगता है कि यह एक ठग है इस तरह की घटनाएं उत्तर प्रदेश और बिहार में कई जनपदों में हो चुकी है आप भी हो जाएं सावधान।