देवरिया में मात्र एक ऐसा मंदिर है जो आंध्र प्रदेश से संबंध रखता है तिरुपति बालाजी मंदिर अगर आप आंध्र प्रदेश में तिरुपति बालाजी मंदिर का दर्शन नहीं किए हैं तो आप देवरिया में इस तिरुपति बालाजी मंदिर में जाकर दर्शन कर सकते हैं और देख सकते हैं बहुत खूबसूरत और मनमोहक मंदिर देखने में लगता है यह मंदिर जिला मुख्यालय में ही स्थित है देवरिया का सबसे फेमस और प्रसिद्ध मंदिर श्री तिरुपति बालाजी मंदिर देवरिया कसया मार्ग पर स्थित है यह श्री तिरुपति बालाजी मंदिर देवरिया का एक महत्वपूर्ण मंदिर है उसको देखने के लिए दूर-दूर से लोग आते हैं देवरिया का एक मशहूर मंदिर में से एक है
देवरिया में स्थित सोमनाथ मंदिर अपने आप में एक अलग महत्व रखता है बताया जाता है यह मंदिर लगभग 500 वर्षों का इतिहास समेटा हुआ है इस मंदिर के बगल से सोमनाथ नहर बहती थी पुजारी के अनुसार बताया गया है कि इस नहर के नाम से सोमनाथ मंदिर का नाम रखा गया देवरिया जनपद के लिए सोमनाथ मंदिर श्रावण मास में एक श्रद्धा का केंद्र बना हुआ है जहां पर शिव भक्तों की भीड़ लगी रहती है इस सोमनाथ मंदिर में महाशिवरात्रि और श्रावण मास में विशेष तौर से तैयारी की जाती हैं जिसे श्रद्धालुओं कोई परेशानी ना हो सावन की प्रत्येक सोमवार के यहां मेला लगता है भक्तों को भीड़ को नियंत्रित करने के लिए मंदिर समिति के लोग सुरक्षा कर्मी यहां मौजूद रहते हैं और यह देवरिया जनपद में भगवान भोलेनाथ का इकलौता और सबसे प्राचीन मंदिर है
देवरिया के सभी पर्यटन स्थलों में से एक स्थल है जहां हजारों लोग प्रतिदिन आते हैं देवरिया जनपद में घूमने के लिए कई ऐसे स्थान है जहां देश-विदेश से पर्यटक आ चुके हैं बात करें देवरिया जनपद की दे रहा हूं बाबा आश्रम जो जिला मुख्यालय से 40 किलोमीटर दूर सर्वी नदी के किनारे स्थित है देवराम बाबा आश्रम प्रदेश के बड़े हस्ती व देश के प्रथम राष्ट्रपति डॉ राजेंद्र प्रसाद इंदिरा गांधी जैसे बड़ी हस्ती देना बाबा के चरणों में आ चुके हैं कहां जाता है कि तेरा हुआ बाबा कांग्रेस का चुनावी चिन्ह हाथ का पंजा दिए हैं
दुग्धेश्वर नाथ मंदिर दुर्गेश्वर नाथ मंदिर देवरिया जनपद के रुद्रपुर तहसील के उत्तर पूर्व में स्थित है या लगभग पुराने इतिहास के शिव मंदिरों में से एक है सावन के महीने में इस मंदिर में भक्तों की दूर-दूर तक लाइन लगी होती है यह मंदिर इतना मनमोहक है जिसमें भक्तों की प्यार की वर्षा खत्म ही नहीं होती है सावन के महीने में दूर-दूर से भक्तों का आने की लाइन लगी रहती है काफी पुराना इतिहास रहा है पुराने लोगों का कहना है कि यहां पर हर साल सावन के महीने में अश्वत्थामा आते हैं और भगवान को जल अर्पित करते हैं इस तरह की बातें काफी पहले से लोगों के द्वारा किया जाता है इस मंदिर में मैं भक्तों की कतार लगी रहती है भक्ति बताते हैं कि यह मंदिर इतना मनमोहक है कि यहां जाने के बाद ऐसा लगता है कि दुनिया में कुछ है ही नहीं सब मोह माया की दुनिया है और मां को बहुत ही अस्थिर और शांति स्थिति में पाते हुए नजर आते हैं ऐसे भक्त बताते हैं और यहां पर लोग काफी दूर-दूर से आते हैं दर्शन करने के लिए
हनुमान मंदिर राघव नगर देवरिया में स्थित है जो देवताओं के सिद्ध स्थानों में से एक है यहां प्रत्येक मंगलवार को एक बड़ी संख्या में भक्तों को देखा जाता है यह एक बड़े तालाब से गिरा हुआ है जिसमें आप विभिन्न प्रकार की मछलियों को देख सकते हैं यह बहुत ही मनमोहक लगता है यहां पर लोग जाते हैं और वह बताते हैं कि हनुमान जी का दर्शन करने के बाद मन को बहुत शांति मिलती है और यह मंदिर चारों तरफ तालाबों से गिरा हुआ है जो और मनमोहन लगता है इस भीड़ भाड़ की दुनिया में इस मंदिर में जाने पर मान को बहुत ही शांति मिलती है इस तरह से लोगों का कहना है और लोग काफी संख्या में यहां पर हर मंगलवार को दर्शन करने विभिन्न जगहों से पहुंचते हैं