sucess Story: देवरिया के ऑटो ड्राइवर का बेटा बना बिहार में पीसीएस अधिकारी

कहा जाता है कामयाबी किसी का गुलाम नहीं होता अगर आप मेहनत करते हैं तो कामयाबी आपकी कदम चूमेगी यह कहावत देवरिया जनपद के सौरभ कुशवाहा पर लागू होता है।

उत्तर प्रदेश के देवरिया जनपद के लार थाना क्षेत्र बरडिहा परशुराम ग्राम सभा के रहने वाले सौरभ कुशवाहा ने पिता की सपनों को दिया नई उड़ान बिहार पीसीएस परीक्षा में हासिल किया 67वा रैंक जिले का नाम किया रोशन।

सौरभ के पिता घर के खर्च उठाने के लिए ऑटो रिक्शा चलाते हैं ऑटो रिक्शा चलाकर सौरभ की पढ़ाई का खर्चा उठाते थे लेकिन पिता अपने बेटे के पढ़ाई में किसी तरह का कोई पैसे की कमी सामने नहीं आने दिया सौरभ भी अपने पिता की मजबूरियों को समझते हुए स्मार्टफोन तक नहीं रखें।

सौरभ की पढ़ाई गांव में ही हुई है बरडीहा से इंटर तक की परीक्षा पास किया इसके बाद प्रयागराज विश्वविद्यालय से ग्रेजुएशन की पढ़ाई पूरी की सौरभ प्रयागराज में रहकर सिविल सेवा की तैयारी की।

मीडिया से बात करते हुए सौरभ ने बताया कि पैसा ना होने की वजह से दोस्तों से नोटबुक और प्रतियोगी परीक्षाओं की किताबें के लिए मदद लेता था पिता के मजबूरी को देखते हुए हमने स्मार्टफोन भी नहीं खरीदे क्योंकि मुझे पता था पिताजी कितना मेहनत करके हमारे पढ़ाई के लिए पैसा एकत्रित कर रहे हैं।

सौरभ के चाचा ईश्वर चंद्र कुशवाहा ने बताया कि हमेशा सौरभ पूरा ध्यान पढ़ाई में रखता था उनकी सफलता पर आनंद सिंह संदीप कृष्णा कुशवाहा नीरज कुमार सिंह अजय सिंह पारस कुशवाहा यशवंत सिंह दरोगा सिंह आदि ने प्रसन्नता जताई गांव के लोगों में खुशी है।

सौरभ की कठिन तपस्या के बाद बिहार में पीसीएस परीक्षा में 67 व रैंक आने से ग्रामीणों में काफी खुशी है वहीं उनकी मेहनत अन्य छात्रों के लिए एक प्रेरणा बनेगी जिस तरह से सौरभ ने कड़ी मेहनत और अपनी लगन से आज सिविल सेवा को पास करते हुए बिहार में पीसीएस परीक्षा को पास किया है

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