आगरा, 17 मई: आगरा में शुक्रवार को तापमान 46.9 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया, जिससे इस सीजन का सबसे गर्म दिन दर्ज किया गया। तेज धूप और गर्म हवाओं ने लू की स्थिति को विकराल बना दिया है, जिससे हीट स्ट्रोक का खतरा गंभीर रूप से बढ़ गया है। स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को सचेत करते हुए पूर्वाह्न 11 बजे से शाम 4 बजे तक घर से बाहर निकलने से बचने की सलाह दी है।
भीषण गर्मी का असर:
शुक्रवार को आगरा पूरे प्रदेश में सबसे गर्म रहा। दोपहर तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस के पार पहुँच गया और अपराह्न 3 बजे के आसपास यह 46 डिग्री सेल्सियस को भी पार कर गया। शाम 5 बजे तक लू का प्रकोप जारी रहा, जिससे सड़कों पर सन्नाटा छाया रहा और लोग घरों में कैद रहने को मजबूर हुए। कूलर और एसी भी इस भीषण गर्मी में विफल साबित हुए।
शनिवार की सुबह भी भीषण गर्मी के साथ हुई और लोग घरों में रहने को मजबूर दिखे। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक लू का अलर्ट जारी किया है, जिससे लोगों को बाहर जाने से बचने की सलाह दी गई है।
तापमान में लगातार वृद्धि:
पिछले सप्ताह की शुरुआत से ही तापमान में लगातार वृद्धि हो रही है। सप्ताह की शुरुआत में तापमान 40 डिग्री सेल्सियस था और हर दिन डेढ़ से दो डिग्री की बढ़त देखी गई। बृहस्पतिवार को अधिकतम तापमान 44.2 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि शुक्रवार को 46.9 डिग्री सेल्सियस के उच्चतम स्तर पर पहुँच गया। सुबह 10 बजे से ही लू चलना शुरू हो गई थी और पूर्वाह्न 11 बजे तक तापमान 40 डिग्री सेल्सियस तक पहुँच गया। सूर्योदय से सूर्यास्त के बीच का समय बढ़ने से दिन का कुल समय लगभग साढ़े 13 घंटे का हो गया है, जिससे गर्मी का प्रकोप और भी अधिक महसूस हो रहा है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर दबाव:
गर्मी के चलते आगरा के एसएन मेडिकल कॉलेज और जिला अस्पताल में उल्टी-दस्त और हीट स्ट्रोक के मरीजों की संख्या में भारी वृद्धि हो गई है। इमरजेंसी वार्ड और सामान्य वार्ड के सभी बेड फुल हो गए हैं। सीएमओ डॉ. अरुण श्रीवास्तव ने बताया कि सभी सीएचसी में 5-5 बेड के कोल्ड वार्ड और जिला अस्पताल में 10 बेड के कोल्ड वार्ड तैयार किए गए हैं। ओआरएस के पैकेट और ग्लूकोज की बोतल का 1000-1000 यूनिट का अतिरिक्त स्टॉक किया गया है। विभाग के भंडारण गृह में भी पर्याप्त स्टॉक मौजूद है। इसके अतिरिक्त, एक रैपिड रिस्पांस टीम भी बनाई गई है, जो आपात स्थिति में तुरंत सहायता प्रदान कर सकेगी।
स्वास्थ्य विभाग की सलाह:
स्वास्थ्य विभाग ने लोगों को गर्मी से बचाव के लिए निम्नलिखित सुझाव दिए हैं:
- हर आधे घंटे में एक गिलास पानी पिएं और प्रतिदिन 5-6 लीटर पानी का सेवन करें।
- बाजार के जरूरी कार्य सुबह और शाम के समय ही निपटाएं।
- बाहर जाते समय पूरी आस्तीन के सूती कपड़े पहनें और सिर-कान को ढकें। सनग्लास का प्रयोग करें।
- बाजार के भोजन, फास्ट फूड, और तेल-चिकनाईयुक्त भोजन से बचें।
- चाय, कॉफी, धूम्रपान, तंबाकू, और शराब का सेवन न करें।
- छाछ, लस्सी, नींबू-पानी, शिंकजी, और नारियल पानी अधिक मात्रा में पिएं।
- तरबूज, खरबूज, संतरा, अंगूर आदि रसदार फल खाएं।
- सलाद में टमाटर, खीरा, ककड़ी का अधिक सेवन करें।
- तोरई, लौकी, और अन्य हरी सब्जियों का सेवन अधिक करें।
अस्पतालों की तैयारियां:
एसएन मेडिकल कॉलेज के प्राचार्य डॉ. प्रशांत गुप्ता ने बताया कि इमरजेंसी वार्ड पूरी तरह से फुल हैं और लू, डायरिया के मरीजों की संख्या 60 फीसदी से अधिक है। मेडिसिन और बाल रोग विभाग के वार्ड में जरूरत पड़ने पर 10-10 बेड बढ़ाने की व्यवस्था की गई है।
लोगों को सलाह दी जा रही है कि बेहद जरूरी काम न हो तो धूप में बाहर न निकलें और स्वास्थ्य विभाग की सलाह का पालन करें। इस भीषण गर्मी में सावधानी बरतकर लू और हीट स्ट्रोक से बचा जा सकता है।