भारत सरकार ने ड्राइविंग लाइसेंस के लिए नए नियमों की घोषणा की है, जो 1 जून 2024 से प्रभावी होंगे। इन नए नियमों का उद्देश्य ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को सख्त और अधिक पारदर्शी बनाना है, ताकि सड़क सुरक्षा में सुधार हो सके
प्रमुख बदलाव
- डिजिटल लाइसेंसिंग प्रक्रिया: अब ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने की प्रक्रिया पूरी तरह से डिजिटल होगी। आवेदन, दस्तावेज़ सत्यापन, और लाइसेंस की मंजूरी सब कुछ ऑनलाइन किया जाएगा।
- सख्त ड्राइविंग टेस्ट: ड्राइविंग टेस्ट को अधिक कठोर और विस्तृत बनाया जाएगा। नए नियमों के अनुसार, ड्राइविंग टेस्ट में अब अधिक जटिल परिदृश्यों को शामिल किया जाएगा, जिससे ड्राइविंग कौशल का सटीक मूल्यांकन हो सके।
- प्रशिक्षण की अनिवार्यता: ड्राइविंग लाइसेंस प्राप्त करने से पहले किसी मान्यता प्राप्त ड्राइविंग स्कूल से प्रशिक्षण लेना अनिवार्य होगा। इसके तहत उम्मीदवारों को सड़क सुरक्षा, यातायात नियम, और वाहन नियंत्रण के बारे में विस्तृत जानकारी दी जाएगी।
- बायोमेट्रिक पहचान: ड्राइविंग लाइसेंस के लिए अब बायोमेट्रिक पहचान (उंगलियों के निशान और आंखों की स्कैनिंग) की आवश्यकता होगी, जिससे पहचान की चोरी और फर्जी लाइसेंस की समस्याओं पर नियंत्रण पाया जा सके।
- आधार लिंकिंग: लाइसेंस आवेदन प्रक्रिया में आधार कार्ड का लिंक अनिवार्य होगा। इससे आवेदकों की पहचान की पुष्टि और फर्जी आवेदनों को रोका जा सकेगा।
- रिफ्रेशर कोर्स: वरिष्ठ नागरिकों और व्यावसायिक ड्राइवरों के लिए नियमित अंतराल पर रिफ्रेशर कोर्स अनिवार्य होंगे। इन कोर्सों का उद्देश्य ड्राइवरों की कौशल को अद्यतन करना और सड़क सुरक्षा में सुधार करना है।
लाइसेंस नवीनीकरण के नए नियम
लाइसेंस नवीनीकरण के लिए भी नियमों में बदलाव किया गया है। अब लाइसेंस नवीनीकरण के लिए आवेदकों को एक सख्त मेडिकल परीक्षण से गुजरना होगा, जिसमें उनकी दृष्टि और शारीरिक क्षमता की जांच की जाएगी। इसके अलावा, लाइसेंस नवीनीकरण के लिए ऑनलाइन आवेदन प्रक्रिया को भी सरल और तेज बनाया गया है।
पेनल्टी में बदलाव
नए नियमों के तहत ड्राइविंग नियमों के उल्लंघन पर कड़ी सजा का प्रावधान किया गया है। गलत ड्राइविंग, ओवरस्पीडिंग, और शराब पीकर गाड़ी चलाने जैसे अपराधों के लिए भारी जुर्माना और लाइसेंस निलंबन का प्रावधान किया गया है।
अन्य महत्वपूर्ण बदलाव
- व्यावसायिक ड्राइवरों के लिए अतिरिक्त प्रमाणपत्र: अब व्यावसायिक ड्राइवरों को उनके संबंधित क्षेत्रों में अतिरिक्त प्रमाणपत्र प्राप्त करना अनिवार्य होगा। इसके तहत टैक्सी, बस, और ट्रक ड्राइवरों को उनके वाहन संचालन के लिए विशिष्ट प्रमाणपत्र की आवश्यकता होगी।
- वाहन फिटनेस प्रमाणपत्र: वाहन के फिटनेस प्रमाणपत्र के बिना ड्राइविंग लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा। यह कदम वाहन की तकनीकी स्थिति सुनिश्चित करने के लिए उठाया गया है।
नए ड्राइविंग लाइसेंस नियम 1 जून 2024 से लागू होंगे और इसका उद्देश्य सड़क सुरक्षा को बढ़ावा देना, दुर्घटनाओं को कम करना, और ड्राइविंग लाइसेंस प्रक्रिया को अधिक पारदर्शी बनाना है। इन बदलावों के साथ, सरकार यह सुनिश्चित करना चाहती है कि सड़कों पर केवल योग्य और प्रशिक्षित ड्राइवर ही गाड़ियां चला सकें। यह कदम निश्चित रूप से भारतीय सड़क परिवहन प्रणाली को अधिक सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण