National Sweet Of India: उत्तर प्रदेश के इस जनपद के जलेबी को कहा जाता है भारत का राष्ट्रीय मिठाई जलेबी

National Sweet Of India: उत्तर प्रदेश में जलेबी बड़ी चाव से लोग खाते है लेकिन क्या आप जानते हैं उत्तर प्रदेश में किस जनपद के लोग सबसे ज्यादा जलेबी खाते हैं जिनकी वजह से राष्ट्रीय मिठाई जलेबी को बना दिया गया कहा जाता है भारत में सबसे ज्यादा लोग जलेबी ही खाते हैं जिस वजह से इसे राष्ट्रीय मिठाई कहा जाता है।

उत्तर प्रदेश के बिहार बॉर्डर पर स्थित देवरिया जनपद जहां लोग जलेबी बड़ा चाव से खाते हैं यहां का जलेबी भी अपने आप में अनोखा होता है देवरिया जनपद के बैकुंठपुर बाजार जहां पर विवाह पंचमी के दिन राम विवाह की जाती है तभी से 3 महीने के लिए यहां पर मेला लगता है यह बैकुंठपुर का मेला गुरही जलेबी के नाम से प्रसिद्ध है और बैकुंठपुर में प्रतिदिन हजारों लोग केवल गुरही जलेबी खाने आते हैं खास बात यह है कि यहां की जलेबी काफी स्वादिष्ट होती है यही वजह है कि आसपास के जनपद या बिहार राज्य के पास होने की वजह से बिहार राज्य के लोग भी यह जलेबी खाने आते हैं कहां जाता है कि बैकुंठपुर में सुरेश का जलेबी काफी प्रसिद्ध है जलेबी खाने के लिए घंटे करना पड़ता है इंतजार।

कुछ लोगों का यह भी कहना है कि देवरिया जनपद के लोग राष्ट्रीय मिठाई जलेबी को खूब पसंद करते हैं यही वजह है कि पूर्वांचल के लोग जहां भी रहते हैं जलेबी खूब खाते हैं और जलेबी को राष्ट्रीय मिठाई के रूप में पहचाना जाता है गुरही जलेबी खाने में इतना स्वादिष्ट होता है कि देख कर ही लोगों के मुंह में पानी आ जाता है।

कैसे बनती है प्रसिद्ध गुरही जलेबी

गुरही जलेबी बनाने की प्रक्रिया काफी सरल है जिसे मैदा भिगो कर बनाया जाता है कहा जाता है कि दो से तिन दिन तक मैदा भिगोया जाता है उसके बाद उसे हाथ से मल कर एकदम चिपचिपा बनाया जाता है फिर उसे मोटे कपड़े में रखकर नीचे थोड़ा सा छेद कर गरम तेल में जलेबी छाना जाता है उसके बाद गुण का पाग बनाया जाता है जिसके बाद तेल में छानी हुई जलेबी को उसमें भिगोया जाता है कुछ देर रखने के बाद जलेबी एकदम तैयार हो जाती है जिसे देखने के बाद मुंह से पानी टपकने लगता है।

चीनी का जलेबी भी काफी प्रसिद्ध है चीनी और गुरही जलेबी देखने में एक जैसे होते हैं लेकिन दोनों का रंग और स्वाद अलग-अलग होता है बनावट एक जैसा होता है बैकुंठपुर में ज्यादातर लोग गुरही जलेबी खाते हैं वहीं कुछ लोग चीनी का जलेबी खाते हैं ।

बैकुंठपुर में भव्य राम मंदिर है जिसे देखने दूर-दूर से लोग आते हैं वही भव्य राम मंदिर की वजह से बैकुंठपुर का मेला काफी प्रसिद्ध है बुजुर्गों का यह कहना है कि इस मेले में कई राज्यों के लोग अपना दुकान लगाते थे लेकिन बदलते समय में धीरे-धीरे अब बाहर की दुकान आना बंद हो गई है जिस वजह से मेले में भीड़ भी अब धीरे-धीरे कम हो रही है राम विवाह देखने के लिए हजारों की संख्या में लोग महिलाएं पहुंचती थी और दो दिनों तक बैकुंठपुर में रहकर राम विवाह देख ती थी लेकिन बदलते समय में अब धीरे-धीरे भीड़ कम हो रही है

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