ललितपुर में नगर पालिका प्रशासन की लापरवाही और घटिया निर्माण कार्यों के चलते एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया। शहर के आजाद चौक इलाके में स्थित भारतीय स्टेट बैंक के पास एक पुरानी और जर्जर पुलिया धंसने से मारुति स्विफ्ट डिजायर कार सड़क के बीच धंस गई। हादसे के दौरान कार में कोई सवारी नहीं थी और केवल चालक ही कार चला रहा था, जिससे एक बड़ा हादसा टल गया। स्थानीय निवासियों का कहना है कि कई सालों से पुलिया की मरम्मत की मांग की जा रही थी, लेकिन प्रशासन ने इस ओर कोई ध्यान नहीं दिया।
यह घटना ललितपुर के थाना शहर कोतवाली क्षेत्र की है, जहां नगरवासियों ने कई बार नाले के ऊपर बनी इस पुलिया की मरम्मत की मांग की थी। नगर पालिका प्रशासन को शिकायतें दी गईं, लेकिन हर बार उन्हें नजरअंदाज कर दिया गया। इस पुलिया से रोज़ाना वाहनों का आना-जाना लगा रहता है, लेकिन प्रशासन की अनदेखी और घटिया निर्माण कार्यों के चलते यह पुलिया धीरे-धीरे कमजोर होती गई। आजाद चौक क्षेत्र में हुई इस घटना ने एक बार फिर से नगर पालिका की लापरवाही को उजागर कर दिया है।
घटना के समय चालक अपनी कार की सर्विस कराने के लिए सर्विस सेंटर जा रहा था। इसी दौरान उसने रास्ते में एक ट्रैक्टर को साइड देने के लिए अपनी कार पुलिया के किनारे खड़ी की। जैसे ही कार पुलिया के किनारे पहुंची, अचानक वह धंस गई और कार नीचे गड्ढे में जा गिरी। हालांकि, गनीमत रही कि कार में केवल चालक ही था, अन्य कोई सवारी नहीं थी, जिससे बड़ा हादसा टल गया। कार को पुलिया धंसने के बाद निकाला गया, लेकिन कार बुरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई।
स्थानीय लोगों का कहना है कि पुलिया काफी समय से जर्जर हालत में थी, लेकिन इसके मरम्मत की ओर कभी ध्यान नहीं दिया गया। लोगों ने कई बार नगर पालिका प्रशासन से शिकायत की, लेकिन प्रशासन की ओर से कोई कार्यवाही नहीं की गई। यहां तक कि कई छोटे-बड़े हादसे हो चुके हैं, फिर भी प्रशासन की लापरवाही जारी रही।
घटना के बाद से स्थानीय लोग प्रशासन के खिलाफ गुस्से में हैं। उनका कहना है कि अगर समय रहते इस पुलिया की मरम्मत कर दी जाती, तो यह हादसा टल सकता था। लोगों ने मांग की है कि प्रशासन अब तुरंत इस पुलिया की मरम्मत कराए ताकि भविष्य में कोई बड़ा हादसा न हो। इसके साथ ही प्रशासन को अपने लापरवाह रवैये पर भी ध्यान देने की जरूरत है, ताकि आम जनता को इस तरह की समस्याओं का सामना न करना पड़े।
ललितपुर नगर के कई इलाकों में ऐसी जर्जर पुलिया और सड़कों की हालत है, जहां हादसे होने का खतरा हमेशा बना रहता है। लोगों की शिकायत है कि नगर पालिका प्रशासन सिर्फ कागज़ी कार्रवाई में व्यस्त रहता है और जमीनी स्तर पर कोई काम नहीं होता। आजाद चौक की यह घटना प्रशासन की लापरवाही का ताजा उदाहरण है। स्थानीय लोग उम्मीद कर रहे हैं कि इस घटना के बाद प्रशासन चेतेगा और इस तरह की लापरवाहियों पर लगाम लगाएगा।