कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट 2021 से बनकर तैयार है लेकिन यहां से एक भी इंटरनेशनल फ्लाइट नहीं हुई है जिसको लेकर क्षेत्र के जनता में काफी दुख है लेकिन अब जल्द ही कुशीनगर एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हो सकता है।
कुशीनगर एयरपोर्ट का उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के द्वारा 20 अक्टूबर 2021 में किया गया था तब कुशीनगर क्षेत्र के लोगों को यह उम्मीद जगी थी कि उनके क्षेत्र में इंटरनेशनल एयरपोर्ट बन गया है क्षेत्र का विकास होगा और यहां से दुबई कतर सऊदी अमेरिका दुनिया के तमाम देशों में फ्लाइट होगी लेकिन उनकी उम्मीद उम्मीद ही रह गया एयरपोर्ट के उद्घाटन होने के 4 साल बाद तक एक भी फ्लाइट इंटरनेशनल नहीं उड़ी जिस वजह से क्षेत्र के लोगों को काफी दुख हुआ।
उद्घाटन के बाद कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से दिल्ली कोलकाता मुंबई के लिए फ्लाइट चलाने की बात हुई जिससे क्षेत्र के लोग इस बात से खुश हुए दिल्ली मुंबई कोलकाता जो 24 घंटे का सफर होता था वह कुछ घंटे में पूरा हो जाएगा दिल्ली और कुशीनगर फ्लाइट कुछ दिन तक चली लेकिन बंद हो गया। एयरपोर्ट प्रशासन के द्वारा यह बताया गया था कि 30 मार्च के बाद ही यहां से फ्लाइट शुरू हो सकती है लेकिन अब या उम्मीद जगी है कि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से इंटरनेशनल फ्लाइट शुरू हो सकता है क्योंकि कुशीनगर एयरपोर्ट पर इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम नहीं था जिस वजह से एयरप्लेन को रास्ता बताने में कुशीनगर एयरपोर्ट सक्षम नहीं था गोरखपुर एयरपोर्ट के मदद ली जा रही थी।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर वेरी हाई फ्रीक्वेंसी ओमनी रेंज डिस्प्ले सिस्टम स्थापित होने के बाद कमिश्निंग की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है इस महीने अनुमति मिलने की उम्मीद है। क्योंकि कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट के लिए इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम रूस से दिल्ली पहुंच गया है। दिल्ली से कुशीनगर के लिए चल दिया है।
कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर डीवीओआर स्थापित होने के बाद कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर एयरक्राफ्ट फ्रीक्वेंसी नेवीगेशन एड्स विमान को रास्ता दिखाएगा इस मशीन के जरिए एआर कंट्रोलर के कंप्यूटर पर एयर ट्रेफिक केस साथ ही टर्मिनल क्षेत्र में विमान की स्थिति दिखती है अंतर्राष्ट्रीय मानक नेविगेशन सुविधा है जो हवाई अड्डा और रनवे पर स्थित ग्राउंड रेडियो बीकन से सर्वदेशात्मक संकेत भेज कर विमान को उनके दृष्टिकोण में सहायता करता है इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम से किसी भी मौसम में विमान की लैंडिंग हो सकती है विश्व की सर्वाधिक तकनीक पर आधारित है जिसका इस्तेमाल देश के बड़े एयरपोर्ट पर भी की जाती है जैसे की ।
दिल्ली मुंबई कोलकाता हैदराबाद जैसे देश के बड़े एयरपोर्ट पर भी इसी मशीन का यूज किया जाता है। इंस्ट्रूमेंट लैंडिंग सिस्टम या मशीन हवाई अड्डा पर विमान की लैंडिंग और टेक ऑफ में सहायता करता है आईएलएस रेनवे पर लगे उपकरणों का एक समूह होता है जिस के माध्यम से एटीसी और पायलट को सटीक सूचना दी जाती है।
इस मशीन को कुशीनगर एयरपोर्ट पर पहुंचने के बाद इसका इंस्टॉलेशन किया जाएगा इंस्टॉलेशन होने के बाद कोलैबोरेशन होगा मशीनिंग प्रक्रिया शुरू होगी जो इस महीने पूरी कर ली जाएगी इसके बाद कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट लैंडिंग और टेकअप लिए पूरी तरह से तैयार हो जाएगा।
उसके बाद से यह पता चलेगी कि कौन-कौन सी विमान कंपनी कुशीनगर इंटरनेशनल एयरपोर्ट से अपना फ्लाइट शुरू करती हैं अभी इसकी पूरी जानकारी उपलब्ध नहीं है।
सोर्स: राजेंद्र प्रसाद एयरपोर्ट डायरेक्टर कुशीनगर