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Kanpur News: कानपुर सड़क हादसा: शिक्षिकाओं की दर्दनाक मौत से मचा कोहराम, परिवारों में पसरा मातम

कानपुर के नारामऊ हाईवे पर मंगलवार सुबह एक दर्दनाक सड़क हादसे ने तीन परिवारों की खुशियां छीन लीं। हादसे में दो शिक्षिकाओं और एक चालक की मौत हो गई, जबकि एक अन्य शिक्षिका गंभीर रूप से घायल है। इस हृदयविदारक घटना की सूचना जब उनके परिवारों को दी गई, तो कोहराम मच गया। सभी परिजनों ने हैलट अस्पताल पहुंचकर जब अपनों के शव देखे, तो वे बेसुध हो गए। घटना के बाद पूरा माहौल गमगीन हो गया और हर किसी की आंखें नम थीं।

घटना की जानकारी मिलते ही उन्नाव से शिक्षक और शिक्षिकाएं पोस्टमार्टम हाउस पहुंच गए। मृतकों की पहचान शिक्षिका आकांक्षा मिश्रा, अंजुला मिश्रा और चालक विशाल द्विवेदी के रूप में हुई है। घायल शिक्षिका ऋचा अग्निहोत्री का इलाज चल रहा है और उनकी हालत भी गंभीर बताई जा रही है। चारों लोग रोज की तरह सुबह स्कूल के लिए निकले थे, लेकिन किसे पता था कि ये उनका आखिरी सफर होगा।

घटना की जानकारी मिलते ही अंजुला मिश्रा के भाई आशीष को पड़ोसी ने सूचना दी। वे उस वक्त सो रहे थे और बार-बार फोन न उठाने पर चिंता हुई तो पड़ोसी ने जानकारी दी। अंजुला मिश्रा उन्नाव के सफीपुर ब्लॉक स्थित प्राथमिक विद्यालय जमालनगर कंपोजिट में शिक्षिका थीं। उनके पति आनंद मिश्रा एक फाइनेंस कंपनी में कार्यरत हैं। अंजुला की दो बेटियां सोनिका और पर्णिका हैं, जिन पर अब जिम्मेदारी का भारी बोझ आ पड़ा है।

हादसे के बाद जीटी रोड पर लंबा जाम लग गया। पुलिस ने क्रेन मंगवाकर क्षतिग्रस्त कार और बस को हटवाया तब जाकर यातायात सुचारू हो पाया। बस चालक हादसे के बाद मौके से फरार हो गया, जबकि बस में सवार कुछ यात्री मामूली रूप से घायल हुए।

पोस्टमार्टम रिपोर्ट में खुलासा हुआ कि आकांक्षा, अंजुला और चालक विशाल के शरीर के कई हिस्सों में गंभीर चोटें आई थीं। उनकी पसलियां टूटकर हार्ट में धंस गई थीं, जिससे हार्ट पंक्चर हो गया और अत्यधिक रक्तस्राव के कारण उनकी मौत हो गई। उनके शरीर पर डेढ़ दर्जन से अधिक गंभीर चोटों के निशान पाए गए।

घटना की जानकारी मिलने पर खंड शिक्षा अधिकारी अनीता शाह सहित कई शिक्षकों ने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचकर मृतकों को श्रद्धांजलि दी और घायल शिक्षिका ऋचा की जल्द स्वस्थ होने की कामना की।

जूनियर शिक्षक संघ के जिलाध्यक्ष अनुपम मिश्र ने मृतकों के परिजनों को सांत्वना दी और प्रशासन से मांग की कि हादसे के दोषियों पर सख्त कार्रवाई हो और मृतकों के परिजनों को उचित मुआवजा दिया जाए ताकि उनके बच्चों की परवरिश और भविष्य सुरक्षित रह सके।

इस हादसे ने एक बार फिर सड़क सुरक्षा और तेज रफ्तार वाहनों की लापरवाही को उजागर कर दिया है। शिक्षिका आकांक्षा, अंजुला और चालक विशाल की असामयिक मौत से शिक्षा जगत में भी शोक की लहर दौड़ गई है। पूरा उन्नाव और कानपुर इस दर्दनाक हादसे से स्तब्ध है, जहां आज भी लोगों की आंखें नम हैं और दिलों में सिर्फ एक सवाल है – कब थमेगी ये रफ्तार की यह लापरवाही?

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